मुरादाबाद। अखिल भारतीय मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) की मुरादाबाद जिला इकाई ने वक्फ संपत्तियों को ‘उम्मीद’ पोर्टल पर अपलोड करने की अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग की है। संगठन ने इस संबंध में जिलाधिकारी मुरादाबाद के माध्यम से अल्पसंख्यक मंत्रालय, भारत सरकार को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया कि नए वक्फ कानून के तहत पूर्व से पंजीकृत वक्फ संपत्तियों को 5 दिसंबर 2025 तक ‘उम्मीद’ पोर्टल पर अपलोड करना अनिवार्य है। हालांकि, वक़्फ़ कानून के अनुसार इसके लिए कम से कम छह माह का समय दिया जाना चाहिए था। संगठन ने आरोप लगाया कि ‘उम्मीद’ पोर्टल दो महीने की देरी से शुरू हुआ और तकनीकी त्रुटियों के कारण शुरुआत से ही ठीक से काम नहीं कर रहा है। AIMIM ने बताया कि पिछले एक सप्ताह से पोर्टल पर लॉगिन करना भी मुश्किल हो गया है, जिससे वक्फ से जुड़ी संस्थाओं और अधिकारियों को काफी परेशानी हो रही है। संगठन के अनुसार, जिला अल्पसंख्यक कार्यालय पर काम का अत्यधिक दबाव है, जिससे धारा-37 के तहत दर्ज वक्फ संपत्तियों की रजिस्टर कॉपी उपलब्ध कराने में दिक्कतें आ रही हैं। इसके अतिरिक्त, इंटरनेट की कमी और अधूरी जानकारी भी संपत्तियों को अपलोड करने की प्रक्रिया में बाधा डाल रही है। इन सभी समस्याओं को देखते हुए, AIMIM ने ‘उम्मीद’ पोर्टल पर अपलोडिंग की अंतिम तिथि को दो माह बढ़ाकर 8 फरवरी 2026 तक करने की मांग की है। संगठन ने लाजपत नगर स्थित पहलवान साहब की दरगाह को लेकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे कुछ असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की भी मांग की है। AIMIM मुरादाबाद इकाई ने कहा कि ये उपद्रवी लोग शहर की शांति व्यवस्था को बिगाड़ने की साजिश कर रहे हैं, जिनके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। AIMIM ने उम्मीद जताई कि अल्पसंख्यक मंत्रालय इन परिस्थितियों पर विचार करते हुए तिथि विस्तार पर सकारात्मक निर्णय लेगा, जिससे वक्फ संपत्तियों से जुड़े सभी कार्य समयबद्ध और सुव्यवस्थित तरीके से पूरे किए जा सकें।
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