उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले जिले भर के लेखपालों ने आज तहसील पर धरना प्रदर्शन किया। उन्होंने फतेहपुर में एक लेखपाल की मौत के मामले में प्रशासन और पुलिस पर लीपापोती करने का गंभीर आरोप लगाया। लेखपालों ने मुख्य सचिव को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा, जिसमें निष्पक्ष जांच की मांग की गई। धरना प्रदर्शन कर रहे लेखपालों ने बताया कि 25 नवंबर को फतेहपुर में अधिकारियों की प्रताड़ना, मानसिक उत्पीड़न और छुट्टी न मिलने के कारण लेखपाल सुधीर कुमार की मौत हो गई थी। आरोप है कि 25 नवंबर की सुबह 6 बजे राजस्व निरीक्षक द्वारा सुधीर कुमार को एसडीएम साहब को सूचना न देने पर धमकी दी जा रही थी। लेखपाल सुधीर कुमार की शादी 26 नवंबर को होनी थी। परिजनों ने 30 घंटे तक एफआईआर दर्ज न होने का आरोप लगाया। उन्होंने संबंधित एसडीएम और अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज न होने तक पोस्टमॉर्टम और दाह संस्कार से इनकार कर दिया था। 26 नवंबर को शव उठाने के लिए प्रशासन पर आरोप है कि उसने षड्यंत्रपूर्वक परिजनों की तहरीर बदलवाकर एफआईआर दर्ज करवाई। इस एफआईआर में मुख्य आरोपी एसडीएम का नाम हटाकर केवल राजस्व निरीक्षक के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई। लेखपाल संघ ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा कपटपूर्वक मामले को कमजोर करने का प्रयास किया जा रहा है। इस घटना से मृतक लेखपाल के परिजन और समस्त लेखपाल आहत और आक्रोशित हैं। उन्होंने मांग की कि लेखपाल की मौत के मामले में निष्पक्ष जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। इस अवसर पर सिद्धार्थ कौशिक, कमलेश शर्मा, धनंजय कुमार, नीरज कुमार राठौर, शिवराज सिंह, वरुण सिंह, सुजीत सिकंदर, शमशेर सिंह सहित अन्य लेखपाल मौजूद रहे।
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