देवरिया के लार थाना क्षेत्र में पांच दिन पहले हुई लूट की वारदात में पुलिस अब तक खाली हाथ है। घटना के 120 घंटे बाद भी आरोपियों की गिरफ्तारी न होने से आमजन में दहशत है और पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, पुलिस का दावा है कि वह खुलासे के करीब है और संदिग्धों से पूछताछ तेज कर दी गई है। यह घटना 9 दिसंबर को हुई थी। रावतपारा रघेन निवासी धीरेंद्र यादव अपने भतीजे प्रकाश यादव के साथ एटीएम से 40,000 रुपए निकालकर घर लौट रहे थे। रास्ते में बाइक सवार तीन बदमाशों ने उन्हें असलाह के बल पर रोका और उनकी सोने की आधी चेन लूटकर फरार हो गए। घटना के तुरंत बाद थाना पुलिस ने घटनास्थल के आसपास कई जगहों पर दबिश दी थी। शुक्रवार को इस अभियान को और तेज किया गया। थाना पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी की। कई संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी इस दौरान कुछ लोगों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की गई है। हालांकि, पुलिस के आधिकारिक सूत्रों ने अभी तक किसी गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। आंतरिक सूत्रों के अनुसार, पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले हैं। पुलिस घटनास्थल के आसपास सक्रिय मोबाइल नंबरों और उनकी लोकेशन डिटेल्स खंगाल रही है। कई संदिग्ध मोबाइल नंबर सामने आए हैं, जिनके उपयोगकर्ताओं से पूछताछ जारी है। इसके साथ ही, घटनास्थल के पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी जांच का महत्वपूर्ण आधार बनी हुई है। फुटेज में दिख रही एक संदिग्ध आकृति को स्पष्ट करने के लिए पुलिस तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ले रही है। पुलिस का मानना है कि इस फुटेज के जरिए आरोपियों तक पहुंचा जा सकता है। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) और सीसीटीवी फुटेज को आपस में जोड़कर जांच की जा रही है। पुलिस ने दावा किया है कि जल्द ही पूरे लूट कांड का खुलासा कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
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