ललितपुर में रविवार को बुन्देलखण्ड विकास सेना की बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में जिला कमांडेंट सुधेश नायक की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में संगठन ने ललितपुर रेलवे स्टेशन पर जीआरपी और आरपीएफ पर अवैध वेंडरों को संरक्षण देने का आरोप लगाया। कमांडेंट नायक ने कहा कि भारतीय रेलवे ने ललितपुर को आदर्श मॉडल स्टेशन घोषित किया है, लेकिन जीआरपी और आरपीएफ की मिलीभगत से यह बदहाल हो गया है। उन्होंने बताया कि जीआरपी और आरपीएफ के संरक्षण में अवैध वेंडरों का कारोबार फल-फूल रहा है। ये वेंडर यात्रियों को सड़ी-गली खाद्य सामग्री मनमाने दामों पर बेचते हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य से खिलवाड़ होता है। नायक ने आगे कहा कि अवैध वेंडर यात्रियों के बैठने वाली बेंचों पर अपना सामान रखकर कब्जा जमा लेते हैं। ट्रेन आने पर वे चलती ट्रेन में सवार होकर बोगियों में भी कब्जा कर लेते हैं, जिससे यात्रियों को ट्रेन में चढ़ने में परेशानी होती है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। इसके अतिरिक्त, जीआरपी और आरपीएफ के संरक्षण में कुछ पुरुष ट्रेनों में अनधिकृत रूप से सवार होकर यात्रियों से अश्लील हरकतें करते हुए अवैध वसूली करते हैं। कमांडेंट ने यह भी आरोप लगाया कि स्टेशन के बाहर अवैध शराब का कारोबार चल रहा है और शराबियों का जमावड़ा रहता है, जो यात्रियों से दुर्व्यवहार करते हैं। जिला कमांडेंट सुधेश नायक ने चेतावनी दी कि यदि जीआरपी और आरपीएफ ने अपनी कार्यप्रणाली में सुधार नहीं किया, तो बुन्देलखण्ड विकास सेना उग्र आंदोलन करने को बाध्य होगी। बैठक में वरिष्ठ सदस्य फूलचंद रजक , मुन्ना महराज त्यागी, विनोद साहू, गफूर पेन्टर. जगदीश झा, प्रकाश रैकवार, मिलन वर्मा, संजू राजा, रमेश कचनौंदा, सरवर खां, संदीप चौहान, राजीव साहू, काशीराम विश्वकर्मा, प्रकाश झा, गौरव विश्वकर्मा, देवेंद्र चौधरी, पुष्पेन्द्र शर्मा, नंदलाल कुशवाहा, खुशाल बरार, अखिलेश राजपूत, कामता भट्ट आदि मौजूद रहे।
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