लखीमपुर खीरी। हत्या के आरोप में जेल भेजे गए धौरहरा क्षेत्र के सुरेश वर्मा की संदिग्ध मौत ने पूरे जिले में तूल पकड़ लिया है। बुधवार को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया सुरेश 11 घंटे बाद ही जेल में मृत पाया गया। परिजन इसे आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं और पुलिस पर सीधा उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं। 50 वर्षीय सुरेश वर्मा को 27 नवंबर की शाम करीब 5 बजे जिला कारागार में दाखिल किया गया था। अगले ही दिन तड़के 4:10 बजे वह बैरक के शौचालय गया, जहां उसने कथित तौर पर गमछे से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना की जानकारी मिलते ही जेल प्रशासन में खलबली मच गई। जेल अधीक्षक पी.डी. सालोनिया ने बताया— पोस्टमार्टम हाउस पर हंगामा, विधायक मौके पर पहुंचे मौत की सूचना गांव पहुंचते ही परिजन ट्रैक्टर-ट्रॉली से पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे। सुरेश के भाई, पत्नी सुनीता और बेटी पल्लवी ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए जोरदार हंगामा किया। परिजनों का आरोप— स्थिति बिगड़ती देख धौरहरा के भाजपा विधायक विनोद शंकर अवस्थी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत करवाने की कोशिश की। हत्या केस की पृष्ठभूमि माधौपुरवा गांव में 15 अक्तूबर को 40 वर्षीय सीमा की हत्या हुई थी। जांच के दौरान पुलिस ने सुरेश पर शक गहराया और सर्विलांस से जुटाए गए साक्ष्यों के आधार पर बुधवार शाम उसे गिरफ्तार किया। उसी रात उसे न्यायालय में पेश किया गया और गुरुवार को जेल भेजा गया था। परिजन बोले—यह ‘आत्महत्या’ नहीं परिवार का दावा है कि सुरेश ने फांसी नहीं लगाई, बल्कि थाने और जेल में मिली प्रताड़ना के चलते उसकी जान गई। परिजन निष्पक्ष जांच की मांग पर अड़े हुए हैं। मामला लगातार गर्माता जा रहा है। अब पोस्टमार्टम रिपोर्ट ही यह तय करेगी कि मौत आत्महत्या थी या कुछ और।
https://ift.tt/gzsiP3O
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply