लखनऊ सीएसआईआ राष्ट्रीय वनस्पति अनुसंधान संस्थान (एनबीआरआई) के वनस्पति उद्यान स्थित सेंट्रल लॉन में आयोजित दो दिवसीय वार्षिक गुलदाउदी एवं कोलियस प्रदर्शनी का शुभारंभ हुआ। रंग-बिरंगे फूलों की अनुपम छटा और उल्लासपूर्ण वातावरण के बीच हुआ। इस मनमोहक प्रदर्शनी को देखने के लिए बड़ी संख्या में आमजन आज एनबीआरआई पहुँचे और पफूलों का आनंद लिया। 95 प्रदर्शकों ने लिया हिस्सा प्रदर्शनी का उद्घाटन एम.देवराज, आई.ए.एस., प्रमुख सचिव, नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग ने किया। प्रदर्शनी के संयोजक एवं संस्थान के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. के जे सिंह ने बताया कि इस वर्ष प्रदर्शनी में कुल 95 प्रदर्शकों ने 671 प्रविष्टियों को प्रदर्शित किया । इस प्रदर्शनी के आयोजन का प्रमुख उदेश्य पुष्पकृषि उद्योग एवं इसके विभिन्न पहलुओं के प्रति जनसाधारण में जागरूकता उत्पन्न करना है। यह एक सुनहरा अवसर है जहाँ लोगों ने फू्लों के विविध रंगों, प्रकारों, आकारों और उनके गुणवत्ता को देखते हैं। गुलदाउदी के 75 अनोखे प्रकार प्रदर्शनी में गुलदाउदी की 75 अनोखी किस्मों को विशेष रूप से आमजन के अवलोकन हेतु प्रदर्शित किया गया है। इसके अतिरिक्त, सीएसआईआर, नई दिल्ली द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर संचालित पुष्पकृषि मिशन की जानकारी प्रदान करने के लिए एक पृथक स्टॉल भी स्थापित किया गया है, जहाँ आमजन, किसान एवं पुष्प-प्रेमी पुष्पकृषि से संबंधित वैज्ञानिक एवं तकनीकी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।साथ ही, मिशन के अंतर्गत जुड़े लाभार्थी किसानों द्वारा अपनी फूलों की उपज को आमजन के लिए बिक्री हेतु भी उपलब्ध कराया गया है। AQI को बेहतर बनाने में अहम भूमिका पुष्प प्रदर्शनी में आई नावल्दीप भारती ने कहा कि हर हाल इस प्रदर्शनी का इंतिजार रहता है। गुलदाउदी एवं कोलियस की प्रदर्शनी बेहद खास है । हर साल इसका इंतिजार रहता है। इन फूलों की विशेषता यह है कि लूज और कट फ्लावर के रूप में किया जाता है। माला बनाने के लिए गुलदस्ते में हर तरीके से इस्तेमाल किया जाता है। इन फूलों से किसानों को भी बड़ा फायदा मिलता है व्यापार के साथ पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है। पर्यावरण की दृष्टि से हर पौधा फायदेमंद है इन दिनों जिस प्रकार से एक यूआई बढ़ा हुआ है ऐसे में घरों में ज्यादा से ज्यादा पौधे लगाने चाहिए और फूल उगाने चाहिए।
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