लखनऊ सनातन महासभा ने गुरुवार को मार्गशीर्ष पूर्णिमा के अवसर पर झूलेलाल वाटिका, गोमती तट पर सनातन समागम और 145वीं आदि गंगा मां गोमती महाआरती का भव्य आयोजन किया। इस महाआरती का शुभारंभ मंगलाचरण, स्वस्तिवाचन, पुष्पांजलि और शंखनाद के साथ हुआ। पूज्य स्वामी आनंद नारायण और स्वामी धीरेंद्र के सानिध्य में सात भव्य मंचों पर महाआरती संपन्न हुई। मृदंग, मंजीरा, ढोल, तासे और शंख की ध्वनि से पूरा घाट गूंज उठा, जिससे वातावरण भक्तिमय हो गया। महासभा अध्यक्ष डॉ. प्रवीण ने बताया कि महाआरती से पहले नशामुक्त प्रदेश बनाने का सामूहिक संकल्प लिया गया। इसके साथ ही गोमती बचाव अभियान को आगे बढ़ाने पर भी विशेष चर्चा की गई। भरतनाट्यम से दर्शकों का मोहा मन कार्यक्रम के दौरान रजनी तिवारी ने अवधी भजन संध्या प्रस्तुत की, जबकि शुभम ने भरतनाट्यम और सामूहिक नृत्य से दर्शकों का मन मोहा। शशि सिंह, मीरा तिवारी और गीता निगम ने भी भजन प्रस्तुत किए। बच्चों और महिलाओं ने रामायण, गीता और शरीर विज्ञान प्रतियोगिताओं में भाग लिया, जिसमें कुछ प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया गया। घाट 501 दीपों से जगमगा उठा डॉ. प्रवीण के अनुसार, महाआरती के बाद घाट 501 दीपों से जगमगा उठा, जिसने दीपोत्सव का मनमोहक दृश्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का संचालन प्रवक्ता विकास मिश्र ने किया। अंत में उपस्थित सभी लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। इस अवसर पर 11 सनातन पदाधिकारियों को गंगाजल, कृपाण और तलवार भेंट कर धर्म विस्तार के लिए संकल्पित किया गया। समाजसेवी कशिश संगठन और शुभम को सनातन गौरव सम्मान से सम्मानित किया गया। ये लोग शामिल हुए इस आयोजन में प्रदेश अध्यक्ष रवि कचरू, सुधांशु शुक्ल, तेजस्वी गिरी, पल्लवी सिंह, अंजनी पांडेय, रामकिशोर शुक्ल, संजीव पांडेय, विजय मिश्र, पूनम शर्मा, रेनू सिंह, मधुबाला, अर्जुन द्विवेदी, शोभित सिंह, सुनीता गोस्वामी, विश्वनाथ शुक्ल, मीरा तिवारी, अतुल तिवारी सहित अनेक पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित रहे।
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