इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने अमीनाबाद की फतेहगंज गल्ली मंडी में बाबा कुँएश्वर के नाम पर बन रहे द्वार के निर्माण पर रोक लगा दी है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए स्थानीय पार्षद गिरीश गुप्ता ने बताया कि हाईकोर्ट को गुमराह किया गया है। नगर निगम के वकील ने सही ढंग से पक्ष नहीं रखा था। उनका कहना है कि क्षेत्रीय जनता ने श्री कुँएश्वर बाबा मंदिर के लिए लखनऊ व्यापार मंडल के राजेंद्र अग्रवाल ने डोर टू डोर जाकर पूछा तो 26 ने कहा कि गेट बनना चाहिए, जबकि 7 ने गेट नहीं बनाने की बयान दिया। उनका कहना है कि बाजार में सिर्फ एक व्यक्ति ने इसका विरोध किया है। वहीं, नगर निगम के बजट से करीब 7.50 लाख रुपए इसके लिए खर्च हो चुके हैं। फिजूलखर्ची से परहेज करने की हिदायत जस्टिस संगीता चंद्रा और जस्टिस अमिताभ कुमार राय की बेंच ने ओम शंकर मिश्रा समेत अन्य लोगों की याचिका यह आदेश देते हुए कहा कि पार्षद फिजूलखर्ची से परहेज करें तो वॉर्ड विकास निधि का बेहतर उपयोग हो सकता है। कोर्ट ने कहा कि एक द्वार बनाकर इसे कुँएश्वर बाबा द्वार नाम देने से कोई सार्थक उद्देश्य सिद्ध नहीं होगा। याचिका में बताया गया कि स्थानीय पार्षद के प्रस्ताव पर नगर निगम ने द्वार के लिए 7.70 लाख का बजट मंजूर किया था। गल्ला मंडी के मुहाने पर द्वार बनने से रास्ता और संकरा हो जाएगा। इससे ट्रैफिक जाम बढ़ेगा। सुनवाई के दौरान नगर निगम ने भी माना कि यह द्वार बनने के बाद फायर ब्रिगेड और ऐंबुलेंस जैसे वाहन भी नहीं जा सकेंगे। इस पर कोर्ट ने कहा कि पार्षदों को नागरिक सुविधाओं के विकास के लिए प्रयास करना चाहिए। स्थानीय पार्षद चाहते तो फायर हाइडेंट लगवाने का प्रस्ताव दे सकते थे। कोर्ट ने अब तक हुए निर्माण के लिए ठेकेदार को नियमानुसार भुगतान के भी आदेश दिए। निगम के संपूर्ण समाधान दिवस में भी शिकायत 5 दिसंबर को फतेहगंज गल्ला व्यापार मंडल ने पार्षद गिरीश गुप्ता के खिलाफ शिकायत करते हुए कहा कि था कि वह अवैध ढंग से गेट का निर्माण करा रहे हैं। इसके कारण रास्ता सकरा होगा और व्यापारियों को समस्या होगी। मामले में व्यापारियों ने मेयर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त गौरव कुमार से शिकायत कर कार्रवाई की मांग की, लेकिन इस दौरान उन्हें कोई ठोस कार्रवाई का आश्वासन नहीं मिली थी। व्यापारी पहले भी शिकायत कर चुके थे। वहीं, व्यापारी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी का पत्र लेकर भी पहुंचे थे, जिसमें गेट को निरस्त करने की बात कही गई। व्यापारी बोले आए दिन लगेगा जाम व्यापारी ओम शंकर ने कहा कि पार्षद पूरी तरह से गलत काम कर रहे हैं। पहले भी उन्होंने गेट बनाने की कोशिश की थी, लेकिन उसे सभी ने रुकवा दिया था। इसके बाद अब फिर से पार्षद गेट बनाने की कोशिश मंदिर के नाम पर कर रहे हैं। इससे लोगों को समस्या हो रही है। हाईकोर्ट का डिसीजन भी है कि सड़क पर बिना अनुमति के धार्मिकता के नाम पर गेट नहीं बनाया जा सकता है। व्यापारी संदीप मिश्रा ने कहा कि इससे सड़क सिकुड़ जाएगी। आए दिन जाम की स्थिति होगी। शहर की सबसे पुरानी गल्ला मंडी में जान बूझकर पार्षद समस्या पैदा कर रहे हैं।
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