किंग जार्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में धर्मांतरण का आरोपी डॉक्टर रमीजुद्दीन नायक उर्फ रमीज फरार है। KGMU की सेक्सुअल हैरसमेंट की जांच टीम 2 दिन से उससे संपर्क करने की कोशिश कर रही है, लेकिन हो नहीं पा रहा है। टीम ने उसे फोन किया तो नंबर बंद मिला। उसने मैसेज का भी कोई जवाब नहीं दिया। लखनऊ पुलिस भी आरोपी डॉ. रमीज तक नहीं पहुंच पाई है। उसको नोटिस जारी किया है। उसके गृह जनपद उत्तराखंड के उद्यम सिंह नगर पुलिस से संपर्क किया है। पुलिस ने पीड़ित महिला डॉक्टर का मेडिकल जांच करा ली है। क्रिसमस की छुट्टी होने के कारण आज कोर्ट में बयान नहीं हो पाया। कल शुक्रवार को कोर्ट में बयान दर्ज होने की संभावना है। KGMU जांच टीम को आरोपी के खिलाफ मिले अहम सुराग KGMU जांच टीम आरोपी डॉ. रमीज के बारे में जानकारी जुटा रही है। बुधवार को भी जांच टीम ने डॉ. रमीज से संपर्क करने की कोशिश की। उसे कई कॉल किए। मैसेज किए, लेकिन उससे संपर्क नहीं हो पाया। जांच टीम को पता चला है कि आरोपी डॉ. रमीज लखनऊ छोड़कर फरार हो गया है। इस दौरान जांच टीम ने डॉ. रमीज के MBBS करने के दौरान के रिलेशन्स को खंगाला। इसके लिए उसके बैचमेट्स से संपर्क किया। सूत्रों ने बताया है कि टीम को आरोपी से जुड़े कई अहम सुराग मिले। जांच में आया है कि उसके टारगेट मेडिकल की पढ़ाई करने वाली हिंदू छात्राएं रहती थीं। मेडिकल की पढ़ाई कर रही हिंदू छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाता था। शादी करने के नाम पर धर्म परिवर्तन कराता था। इसके पहले उसकी 2 शादियां होने की बात सामने रही हैं। जांच टीम इस संबंध में सबूत जुटा रहा है। जिस युवती से शादी करने का आरोप वह बैचमेट है KGMU जांच टीम के सूत्रों के मुताबिक, डॉ. रमीज ने आगरा मेडिकल कॉलेज से MBBS की पढ़ाई की थी। उस पर फरवरी में जिस युवती का धर्म परिवर्तन कराकर शादी करने का आरोप है वह उसकी बैचमेट है। जांच टीम ने उससे संपर्क किया है। उसने जल्द ही अपने बयान दर्ज कराने की बात की है। जांच टीम उसके बयान को काफी अहम मान रही है। उसके बयान दर्ज कराने पर काफी कुछ स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पीड़ित महिला डॉक्टर को हॉस्टल आवंटित, महिला गार्ड तैनात KGMU प्रशासन ने पीड़ित महिला डॉक्टर की सुरक्षा के लिए अहम कदम उठाया है। परिसर स्थित महिला हॉस्टल में कमरा आवंटित किया है। 24 घंटे महिला सुरक्षाकर्मी की तैनाती की गई है। बुधवार को चीफ प्रॉक्टर डॉ.आरएएस कुशवाहा की तरफ से इससे जुड़ा लेटर जारी कर दिया गया था। लेटर में मामले की संवेदनशीलता देखते हुए KGMU प्रशासन की तरफ से ये कदम उठाने की बात कही गई। लेटर में लिखा है कि पीड़ित की सुरक्षा हमारे लिए सबसे अहम है। अभी पीड़ित ठाकुरगंज में निवास कर रही है। ऐसे में परिसर के बाहर की सुरक्षा कर पाना KGMU प्रशासन के लिए कठिन है। पीड़ित को परिसर के भीतर हॉस्टल आवंटित कर दिया गया है। हॉस्टल से पैथोलॉजी विभाग तक उसे सुरक्षाकर्मियों के साथ ही भेजा जाएगा। सभी पहलुओं पर जांच टीम की नजर है KGMU प्रवक्ता डॉ. केके सिंह ने बताया कि इस मामले में हर स्तर पर जांच की जा रही है। जांच को लेकर सभी ऑप्शन खुले रखे गए हैं। 2 दिनों से जांच टीम की आरोपी डॉ. रमीज से संपर्क नहीं हो पाया। उससे संपर्क करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है। उसके पुराने सभी रिश्तों की पड़ताल भी की जा रही है। पुलिस जांच में भी KGMU प्रशासन पूरी तरह सहयोग कर रहा है। अब पढ़िए पुलिस की अब तक की कार्रवाई… पुलिस ने छानबीन शुरू की, पीड़ित का मेडिकल हुआ आरोपी डॉ. रमीज के खिलाफ चौक कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने आरोपी रेजिडेंट डॉ. रमीज को नोटिस दिया है। इसमें जांच पूरी होने और पीड़ित महिला डॉक्टर के कोर्ट में बयान दर्ज होने तक शहर न छोड़ने को कहा गया है। चौक पुलिस ने इस मामले में बुधवार को पीड़ित महिला डॉक्टर की चिकित्सकीय परीक्षण की प्रक्रिया पूरी कर ली। उस पर विशेषज्ञों की राय ली जा रही है। 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी के कारण पीड़ित का कोर्ट में बयान नहीं दर्ज हो सका। कल कोर्ट में होगा पीड़ित का बयान 26 दिसंबर, शुक्रवार को पुलिस कोर्ट में पीड़ित के बयान दर्ज कराएगी। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस भी जांच में फूंक-फूंक कर कदम रख रही है। वहीं, पुलिस ने आरोपी डॉ. रमीज के खटीमा स्थित पैतृक आवास से सबंधित थाने से भी ब्योरा मांगा है। उसमें पूछा है कि कहीं पूर्व में तो उसके खिलाफ कोई मुकदमा नहीं दर्ज हुआ है। उसके चाल चलन के बारे में भी जानकारी मांगी है। अब पढ़िए NMO समेत अन्य संगठनों ने जो कहा… गिरफ्तारी न होने पर उठे सवाल नेशनल मेडिकोज आर्गेनाइजेशन (NMO) सहित कई संगठनों ने आरोपी डॉक्टर की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है। संगठनों का कहना है कि केस दर्ज होने के बाद भी रेजिडेंट डॉक्टर गिरफ्तार नहीं हुआ है। इससे पीड़ित और उसके परिवार के सदस्य दहशत में हैं। NMO का आरोप रोहिंग्या को दी नौकरी NMO का आरोप है कि बायो मेडिकल वेस्ट विभाग में बड़ी संख्या में रोहिंग्याओं को संविदा पर काम दिया गया है। ऐसे में बायो मेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट विभाग की जांच कराई जाए। यदि वास्तव में वहां रोहिंग्याओं को नौकरी दिया गया है, तो उन्हें चिह्नित करके निकाला जाए। जिन लोगों ने इन्हें नौकरी पर रखने के लिए एजेंसियों पर दबाव बनाया था, उन पर भी कार्रवाई हो। दुराचारी का साथ देने वालों की पहचान की जाए NMO ने आरोपी डॉ. रमीज की डिग्री रद्द करने के लिए NMC से संस्तुति करने की मांग की है। कहा है कि KGMU उसका NEET पीजी का दाखिला रद्द करने की सिफारिश भी करे। NMO पदाधिकारियों की ये भी मांग की है कि पैथोलॉजी विभाग के उन फैकल्टी मेंबर्स की पहचान की जाए, जो शुरुआत में इस मामले में पीड़ित के बजाय आरोपी का साथ दे रहे थे। इन डॉक्टरों की निष्ठा की जांच होनी चाहिए। अब पढ़िए पूरा मामला… पीड़ित महिला डॉक्टर KGMU से एमडी पैथालॉजी की पढ़ाई कर रही है। 17 दिसंबर को उसने दवा की ओवरडोज लेकर सुसाइड की कोशिश की। उसे गंभीर हालत में KGMU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। 19 दिसंबर को उसे डिस्चार्ज किया गया। पीड़िता के पिता ने आरोप लगाया कि KGMU से एमडी पैथालॉजी की पढ़ाई कर रहे डॉ. रमीज ने बेटी को लव जिहाद में फंसाया। उस पर शादी करने के लिए इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाया। जबकि, वह पहले से शादीशुदा है। फरवरी में वह हिंदू लड़की का धर्मांतरण कराकर उससे शादी कर चुका है। मुख्यमंत्री और राज्य महिला आयोग में शिकायत की पीड़ित के पिता ने मामले की राज्य महिला आयोग और मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर शिकायत की थी। इसके बाद 22 दिसंबर को राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने पीड़ित के साथ प्रेस वार्ता करके कार्रवाई का आश्वासन दिया।
24 दिसंबर को विशाखा कमेटी की रिपोर्ट आने के बाद KGMU प्रशासन ने डॉ. रमीज को सस्पेंड करके परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दिया। आरोपी के खिलाफ के FIR भी दर्ज हो गई। फोन न उठाने पर लैब में आकर करता था परेशान पीड़ित महिला डॉक्टर का आरोप है कि डॉ. रमीज लगातार उसे कॉल कर परेशान करता था। फोन न उठाने पर वर्क पैलेस और लैब में काम करने के दौरान जबरन घुस जाता था। कमरे तक भी पहुंच जाता था। ———————— संबंधित खबरें पढ़िए… 1.’शादी करनी है तो मुसलमान बनो’ कहने वाला डॉक्टर सस्पेंड: योगी ने KGMU की पीड़ित लेडी डॉक्टर से बात की, बोली- दवा खिलाकर बच्चा गिरवाया लखनऊ की किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (KGMU) में महिला डॉक्टर से ‘शादी करनी है तो मुसलमान बनो’ कहने वाले डॉक्टर को सस्पेंड कर दिया गया। यहां पढ़ें पूरी खबर 2. ‘लव जिहादियों सुधर जाओ वरना राख कर देंगे’:अपर्णा बोलीं- चुन-चुनकर बदला लेंगे, KGMU में मुस्लिम डॉक्टर ने अपनी जूनियर को फंसाया महिला आयोग की उपाध्यक्ष अपर्णा यादव ने KGMU में रेजिडेंट डॉक्टर के धर्मांतरण मामले में कड़ा रुख अपनाया। उन्होंने कहा- KGMU के डॉक्टर ने जूनियर डॉक्टर के साथ लव जिहाद किया है। यहां पढ़ें पूरी खबर 3.KGMU का डॉक्टर बोला- शादी करनी है तो मुसलमान बनो, इनकार पर टॉर्चर करने लगा, डॉक्टर गर्लफ्रेंड ने सुसाइड की कोशिश की लखनऊ के KGMU में धर्मांतरण के दबाव के चलते एक लेडी रेजिडेंट डॉक्टर ने खुदकुशी की कोशिश की है। मुस्लिम रेजिडेंट डॉक्टर, अपनी डॉक्टर गर्लफ्रेंड पर शादी के लिए धर्म परिवर्तन कराना चाहता था। युवती ने इनकार किया तो टॉर्चर करने लगा। पूरी खबर पढ़ें
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