लखनऊ में गोमती नदी के किनारे बन रहे ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे फेज का काम 95 प्रतिशत पूरा हो चुका है। यह फेज पक्का पुल से पिपराघाट तक है। इसका समतामूलक चौराहे से निशातगंज तक का हिस्सा दिसंबर लास्ट तक खुलने की उम्मीद है। हालांकि, इस पर लगी बैरिकेडिंग हटाकर आम लोगों के लिए आज (15 दिसंबर) से खोल दिया गया। समतामूलक चौराहे से कुकरैल की तरफ बढ़ते ही बायीं ओर ग्रीन कॉरिडोर के तीसरे फेज का 6 लेन पुल नजर आने लगा है। सड़क, पुल और चौराहों को जोड़ने वाला यह हिस्सा आने वाले दिनों में शहर की ट्रैफिक व्यवस्था को और दुरुस्त कर देगा। ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे फेज की स्थिति जानने दैनिक भास्कर टीम ग्राउंड जीरो पर पहुंची। इस फेज का 95 प्रतिशत काम पूरा मिला। सड़क पर फीनिशिंग का काम हो रहा था। डिवाइडर की रंगाई-पुताई चल रही थी। तमाम लोग आवाजाही भी करते देखे गए। साइट इंजीनियरों और राहगीरों से बातचीत की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पहले जानिए कॉरिडोर के बारे में…. 57 किलोमीटर लंबा है ग्रीन कॉरिडोर गोमती नदी के दोनों किनारों पर बन रहा ग्रीन कॉरिडोर कुल 57 किलोमीटर लंबा है, जिसे चार चरणों में विकसित किया जा रहा है। इस कॉरिडोर में चौड़ी सड़कें, अलग-अलग लेन, हरियाली और सुगम यातायात के लिए आधुनिक डिजाइन अपनाया गया है। अलग-अलग हिस्सों में मल्टी-लेन रोड बनाई जा रही है, ताकि बिना रुकावट तेज और सुरक्षित सफर हो सके। 4 चरणों में हो रहा निर्माण फेज-1: आईआईएम रोड से पक्का पुल तक (7 किमी) चालू हो चुका है। फेज-2: पक्का पुल से पिपराघाट तक (9 किमी) दिसंबर लास्ट तक में चालू हो जाएगा। फेज-3: पिपराघाट से शहीद पथ तक (6 किमी) फेज-4: शहीद पथ से किसान पथ तक (6 किमी) हनुमान सेतु से पिपराघाट तक 28 किलोमीटर लंबा हिस्सा इस महीने के अंत तक पूरा होने की संभावना है। उसके बाद समतामूलक चौराहे से निशातगंज तक का हिस्सा खुल जाएगा। अब पढ़िए साइट इंजीनियर और राहगीरों ने जो कहा… साइट इंजीनियर बोले- 15 दिन में काम होगा पूरा निर्माण स्थल पर मौजूद साइट इंजीनियर सौरव यादव ने बताया कि समतामूलक से लेकर पिपराघाट तक कुल 3 पुलों का निर्माण पूरी तरह से पूरा हो चुका है। अब सिर्फ फिनिशिंग और सड़क की अंतिम परत का काम बाकी है। उन्होंने बताया कि सड़क निर्माण का बचा हुआ काम भी 10 से 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। ‘जाम से तुरंत राहत मिलेगी’ निशातगंज से इसी पुल के रास्ते समतामूलक तक पहुंचने वाले अलीगंज निवासी दानिश बताते हैं कि इस सड़क के बन जाने से जाम से तुरंत राहत मिलती दिख रही है। उन्होंने कहा कि निशातगंज से समतामूलक तक पहुंचने में उन्हें सिर्फ 8 से 10 मिनट लगे। सबसे बड़ी राहत सुबह और शाम के जाम से मिलेगी। सूरज बोले- अब दूरी महसूस ही नहीं होती है लखनऊ के रहने वाले सूरज कहते हैं कि पहले इस रास्ते पर आने के लिए कई जगह जाम में फंसना पड़ता था और इमरजेंसी में समय पर पहुंचना मुश्किल हो जाता था। अब सड़क बन जाने के बाद दूरी का एहसास ही नहीं होता। 5 से 10 मिनट में एक जगह से दूसरी जगह पहुंचना आसान हो गया है। अब दूसरे फेज के बारे में विस्तार से जानिए… 6 लेन सड़क, दोनों तरफ साढ़े 11 मीटर चौड़ाई दूसरे फेज में समतामूलक चौराहे से निशातगंज तक 6 लेन सड़क बनाई गई है। दोनों ओर सड़क की चौड़ाई करीब साढ़े 11 मीटर है। निशातगंज में फिलहाल चौराहे का निर्माण कार्य चल रहा है। निशातगंज से हनुमान सेतु की तरफ बढ़ने पर सड़क चौड़ीकरण का काम पूरा हो चुका है। गिट्टी बिछा दी गई है और रोलर से सड़क को पूरी तरह दबाया जा चुका है। अब यहां केवल सड़क का फिनिशिंग का काम बचा हुआ है। पुल निर्माण का काम इस हिस्से में भी पूरी तरह कंप्लीट हो चुका है। हनुमान सेतु से समतामूलक तक पुल तैयार समतामूलक चौराहे से लेकर हनुमान सेतु होते हुए पिपराघाट तक कुल 3 ओवरब्रिज बनाए गए हैं। तीनों पुल का स्ट्रक्चर और मुख्य निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। अब केवल अंतिम चरण का काम बाकी है, जिसमें सड़क के डिवाइडर की पुताई, रेलिंग लगाने और चौराहों के फिनिशिंग का काम शामिल है। अंतिम तकनीकी जांच और ट्रैफिक सिग्नल से जुड़ी तैयारियां पूरी होते ही इस रूट को आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा। इसके चालू होते ही डालीगंज, निशातगंज और आसपास के इलाकों में ट्रैफिक का दबाव काफी हद तक कम हो जाएगा। 3 नए चौराहों से जुड़ेगा रूट समतामूलक से हनुमान सेतु तक के रास्ते में 3 नए चौराहे बनाए जा रहे हैं। पहला चौराहा समतामूलक से आधा किलोमीटर आगे कुकरैल पुल की ओर बायीं तरफ बन रहा है। दूसरा चौराहा पेपर मिल कॉलोनी के पास निशातगंज की तरफ तैयार किया जा रहा है, जो सीधे हनुमान सेतु रोड से जुड़ेगा। तीसरा चौराहा हनुमान सेतु पर बनाया जा रहा है, जो पक्के पुल से कनेक्ट होगा। इन चौराहों के तैयार होते ही ट्रैफिक का दबाव आसपास की सड़कों से हटकर सीधे ग्रीन कॉरिडोर पर आ जाएगा। सिर्फ 5 प्रतिशत काम बाकी ग्रीन कॉरिडोर के इस हिस्से में अब महज 5 प्रतिशत काम बचा है। इसमें सड़क की फाइनल लेयर, डिवाइडर पेंटिंग, रेलिंग और चौराहों का सौंदर्यीकरण किया जाना है। अधिकारियों के मुताबिक, यह काम अगले 10 से 15 दिनों में पूरा कर लिया जाएगा। इन इलाकों के लोगों को राहत मिलेगी ग्रीन कॉरिडोर के चलते निशातगंज, डालीगंज, समतामूलक, बादशाहनगर और आसपास के इलाकों में जाम की समस्या काफी हद तक खत्म होगी। भारी ट्रैफिक अब गोमती किनारे बने इस कॉरिडोर से सीधे निकल सकेगा, जिससे अंदरूनी सड़कों पर दबाव कम होगा। अब जानिए ग्रीन कॉरिडोर बनने से क्या-क्या बदलाव आएगा… चौराहों का बदला जा रहा डिजाइन ग्रीन कॉरिडोर के लिए शहर के बड़े चौराहों को नया रूप दिया जा रहा है। डालीगंज और निशातगंज चौराहों पर चौड़ी सड़कें, अलग-अलग लेन, डेडिकेटेड टर्निंग जोन और स्मार्ट सिग्नल सिस्टम लगाए जा रहे हैं। समतामूलक चौराहे पर भी तेजी से काम चल रहा है। ग्रीन कॉरिडोर बनने से इन इलाकों को मिलेगा सीधा फायदा ग्रीन कॉरिडोर के चालू होने और विस्तार के बाद वसंतकुंज, दुबग्गा, पक्का पुल, डालीगंज, मेडिकल कॉलेज, लखनऊ विश्वविद्यालय, हनुमान सेतु, कैसरबाग, हजरतगंज, निशातगंज, अशोक मार्ग, समतामूलक चौराहा, गोमती नगर, 1090 चौराहा, शहीद पथ, इकाना स्टेडियम होते हुए किसान पथ तक आवागमन आसान और तेज हो जाएगा। आधे घंटे तक कम होगा सफर का समय आईआईएम चौराहे तक ग्रीन कॉरिडोर के जुड़ने के बाद नैमिष नगर और आसपास के इलाकों से किसान पथ तक पहुंचने में करीब 30 मिनट तक कम समय लगेगा। जो दूरी अभी एक से डेढ़ घंटे में तय होती है, वही सफर 30–40 मिनट में पूरा हो सकेगा। ग्रीन कॉरिडोर को लेकर आगे की योजना भी जानिए… आईआईएम चौराहे तक बढ़ेगा ग्रीन कॉरिडोर अभी तक ग्रीन कॉरिडोर बसंतकुंज योजना तक सीमित है, लेकिन अब इसे आईआईएम चौराहे तक ले जाने की कवायद शुरू हो गई है। इसके विस्तार के बाद एलडीए की नई आवासीय योजना नैमिष नगर भी सीधे ग्रीन कॉरिडोर से जुड़ जाएगी। इस प्रस्ताव को 5 दिसंबर को होने वाली लखनऊ विकास प्राधिकरण (एलडीए) बोर्ड की बैठक में रखा जाएगा। एलडीए के आकलन के मुताबिक, इस विस्तार से करीब दो लाख से अधिक लोगों को सीधा फायदा मिलेगा। नैमिष नगर को मिलेगा सीधा कनेक्शन एलडीए सीतापुर रोड पर 1804 एकड़ में नैमिष नगर योजना विकसित कर रहा है। यहां तक पहुंचने के लिए आईआईएम चौराहे से 24 मीटर चौड़ी सड़क बनाई जा रही है, जिसका प्रस्ताव मंजूर हो चुका है। यही सड़क ग्रीन कॉरिडोर से जुड़ेगी, जिससे नैमिष नगर से किसान पथ तक सीधा और आसान रास्ता मिलेगा। प्रोजेक्ट मैनेजर एके सेंगर का कहना है कि ग्रीन कॉरिडोर के विस्तार से नैमिष नगर सीधे इससे जुड़ेगा और लाखों लोगों के रोजाना सफर में बड़ी सुविधा मिलेगी। ———————— ये खबर भी पढ़िए… भाजपा के 3-बड़े नेताओं की देश की सबसे बड़ी प्रतिमा : लखनऊ में 65 एकड़ में कमल जैसा बना राष्ट्र प्रेरणा स्थल; 3 हेलिपैड, 1 लाख की क्षमता लखनऊ में भाजपा के 3 सबसे बड़े नेताओं को समर्पित राष्ट्र प्रेरणा स्थल बनकर तैयार हो गया है। यह लखनऊ के बसंतकुंज में बनाया गया है। 65 एकड़ में बन रहे इस पार्क में 3 हेलीपैड होंगे। मैदान में एकसाथ 1 लाख लोग यहां इकट्ठा हो सकेंगे। अंदर और बाहर 1-1 हजार की क्षमता की दो पार्किंग बनाई गई है। इसके निर्माण में 120 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। (पूरी खबर पढ़िए)
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