संभल के बहजोई कस्बे में रेलवे द्वारा रास्ता बंद किए जाने के मामले में जिलाधिकारी के निर्देश पर राजस्व विभाग और रेलवे अधिकारियों की टीम ने बुधवार को सीमांकन की पैमाइश की। यह कार्रवाई लगभग 5000 लोगों के आवागमन में आ रही बाधा के बाद की गई है। चितौरा रोड स्थित नई बस्ती के स्कूली छात्र-छात्राओं और सैकड़ों निवासियों ने बीते सोमवार को जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रास्ता खुलवाने की मांग की थी। जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैंसिया ने स्वयं मोहल्ले का निरीक्षण किया, रेलवे अधिकारियों को लेखपाल के साथ मिलकर जगह की पैमाइश कर लोगों के लिए रास्ता देने का निर्देश दिया था। दशकों से इस रास्ते का उपयोग कर रहे थे। आठ दिन पहले रेलवे विभाग ने जेसीबी से खुदाई कर उनके रास्ते को पूरी तरह बंद कर दिया,जिससे मोहल्ले में रह रहे लगभग पांच हजार लोगों का आवागमन बाधित हो गया है। रेलवे यहां बाउंड्री वॉल का निर्माण कर रहा है। पूनम ने बताया कि रास्ता न होने के कारण बच्चों को स्कूल जाने और दैनिक गतिविधियों में भारी दिक्कत हो रही है। उन्होंने कहा कि गहरी खाई के कारण बच्चे निकल नहीं पा रहे हैं, पिछले आठ दिनों से बच्चे-बुजुर्ग और मवेशी भी घर में कैद हैं। सुरेश शर्मा ने बताया कि रेलवे ग्राउंड के अलावा उनके पास कोई अन्य रास्ता नहीं है। उन्होंने रेलवे से बच्चों और निवासियों के लिए रास्ता देने का अनुरोध किया। उन्होंने चिंता व्यक्त की कि रास्ते के अभाव में बीमार लोगों के लिए एंबुलेंस भी नहीं पहुंच पाएगी। वह 20 साल से अधिक समय से यहां रह रहे हैं और गरीब होने के कारण कहीं और मकान नहीं ले सकते। पालिका बीजेपी चेयरमैन राजेश शंकर राजू ने बताया कि रेलवे द्वारा बाउंड्री बाल का कार्य किया जा रहा है बाउंड्री बाल के कारण लोगो का आवागमन बाधित हो रहा है। पिछले 50-60 साल से इस रास्ते का लोग प्रयोग करते आ रहें हैं। रेलवे फाटक बहजोई से 35बी और 36बी से 2 किलोमीटर की दूरी है और इसके बराबर में जो रेलवे की पटरी है उसके बराबर में आबादी रहती है 5000 से ज्यादा लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं।
https://ift.tt/A1k9KZM
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply