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रिटा. दरोगा के घर टीचर की गोली मारकर हत्या:मृतक के पिता बोले- बेटी से अफेयर के शक में मारा, पीलीभीत में स्कॉर्पियो से पहुंचा था

पीलीभीत में टीचर युवक की गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवक को लगी गोली उसी की लाइसेंसी पिस्टल से चली। वह रिटायर्ड CISF के दरोगा के घर मिलने पहुंचा था। इस दौरान फायरिंग में आरोपी की पत्नी भी घायल हो गईं। गोली चलने की आवाज सुनकर आसपास के लोग दौड़ते हुए मौके पर पहुंचे। वहां युवक का खून से लथपथ पड़ी लाश देखी। रिटायर्ड दरोगा के पड़ोसियों ने हत्या की सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस को युवक की डेडबॉडी पर जमीन पर पड़ी मिली। उसकी लाइसेंसी पिस्टल भी वहीं बेड पर पड़ी थी। गोली युवक के सीने को चीरते हुए सोफे को पार कर दीवार में लगी थी। वारदात पूरनपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव की है। अब पूरी घटना विस्तार से… बंडा रोड पर रहने वाले सीआईएसएफ के रिटायर दरोगा पूरन सिंह के घर टोडरपुर के सुखदेव सिंह (30) का पुराने समय से आना-जाना था। सुखदेव पूरन के घर में ही आईलेट्स (IELTS) कोचिंग चलाते थे। पूरन सिंह की इकलौती बेटी ही है, जो अब आस्ट्रेलिया में रहती है। दंपती के कोई बेटा नहीं था, इसलिए गुरमीत अपने बेटे की तरह सुखदेव को मानती थीं। वो उसे मुंहबोला बेटा भी कहती थीं। सुखदेव के पिता हरजिंदर सिंह ने पुलिस को बताया कि पूरन मेरे बेटे पर शक करता था। उसे लगता था कि मेरे बेटे का उसकी बेटी के साथ अफेयर है। वो उसे कॉल करके परेशान करता है। इसके चलते ही वो कई बार कॉल करके मेरे बेटे से झगड़ा भी कर चुका था। लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर स्कॉर्पियो से पहुंचा टीचर हरजिंदर ने पुलिस को बताया- शनिवार सुबह करीब 9 बजे बेटे सुखदेव को पूरन सिंह ने अपने घर बात करने के लिए बुलाया। वो अपनी न्यू स्कॉर्पियो कार से लाइसेंसी रिवॉल्वर लेकर पूरन के घर पहुंचा। जहां ड्राइंग रूम में पूरन, उनकी पत्नी गुरमीत कौर के साथ सुखदेव की बातचीत हो रही थी। इसी दौरान पूरन-सुखदेव के बीच बहस बढ़ गई। वहीं, आरोपी पूरन सिंह के मुताबिक, विवाद इतना बढ़ गया कि सुखदेव सिंह ने गुस्से में आकर अपनी लाइसेंसी रिवॉल्वर निकाली और फायरिंग शुरू कर दी। एक गोली मेरी पत्नी गुरमीत कौर को लगी, जिससे वह लहूलुहान होकर जमीन पर गिर पड़ीं। गोली लगते ही मची चीख-पुकार अपनी मुंहबोली मां को गोली मारने के बाद, सुखदेव सिंह ने उसी रिवॉल्वर से खुद के सीने में गोली मार ली। जिससे उसकी भी मौके पर ही मौत हो गई। कमरे के भीतर सुखदेव का शव और घायल गुरमीत कौर को देख चीख-पुकार मच गई। फायरिंग की आवाज सुनकर पड़ोसी दौड़ते हुए पूरन के घर पहुंचे तो उनके होश उड़ गए। सूचना पर पूरनपुर थाना अध्यक्ष पवन पांडे और CO प्रतीक दहिया पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस के मुताबिक, घायल गुरमीत कौर को इलाज के लिए पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। जबकि, सुखदेव के परिवार वालों को सूचना देकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। घायल गुरमीत कौर ने बताया कि उन पर सुखदेव सिंह ने ही गोली चलाई थी। सोफे को चीरते हुए दीवार में लगी गोली ASP विक्रम दहिया ने बताया कि मामले की बारीकी से जांच की जा रही है। घटना में प्रयुक्त सुखदेव सिंह की लाइसेंसी रिवॉल्वर को कब्जे में लिया गया है। एक गोली उसके सीने को पार कर सोफे को चीरते हुए दीवार में लगी है। घटनास्थल को सील किया गया है। फोरेंसिक टीम ने भी साक्ष्य जुटाए हैं। सुखदेव के पिता हरजिंदर सिंह की शिकायत पर पूरन सिंह और उनकी पत्नी गुरमीत कौर के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया है। रिटायर्ड सब इंस्पेक्टर को हिरासत में लिया गया है। सुखदेव के पिता का आरोप है कि पूरी प्लानिंग के साथ बेटे को फोन करके बुलाया गया और उसकी हत्या कर दी गई। जबकि पूरन की बेटी एक हफ्ते पहले ही ऑस्ट्रेलिया जा चुकी है। पुलिस अब सुखदेव के कॉल रिकॉर्ड्स और परिवार के वित्तीय लेनदेन के दस्तावेजों की भी पड़ताल कर रही है। ASP विक्रम दहिया ने बताया- शुरुआती जांच में मामला लेनदेन का लग रहा है। हालांकि परिजन प्रेम-प्रसंग का आरोप लगा रहे हैं। घटनास्थल से रिवाल्वर बरामद हो गई है। फोरेंसिक टीम सबूत जुटा रही है। गोली किन परिस्थितियों में चली है इसकी जांच की जा रही है। ——- ये खबर पढ़ें रेपिस्ट मुस्कुराते हुए बोला- जियो राजा, मुझे फेमस कर दो:बुलंदशहर में हाईवे पर मां-बेटी से किया था गैंगरेप, 9 साल बाद 5 दोषी बुलंदशहर के बहुचर्चित नेशनल हाईवे-91 गैंगरेप और लूटकांड में आखिरकार 9 साल 4 महीने 21 दिन के लंबे इंतजार के बाद फैसला आया। पॉस्को कोर्ट ने शनिवार को मामले के 5 आरोपियों को दोषी करार दिया है। पूरी खबर पढ़ें


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