संभल में रुबी ने प्रेमी गौरव के साथ मिलकर पति राहुल की हत्या कर दी। शव को ठिकाने लगाने के लिए ग्राइंडर से चार टुकड़े किए गए। पुलिस ने गुमशुदगी की जांच के दौरान 15 दिसंबर को नाले से मिले बिना सिर, हाथ-पैर कटे शव की पहचान बाजू पर लिखे ‘राहुल निखिल’ नाम से की। हत्या के एक महीने बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर चंदौसी कोतवाली पुलिस ने जेल भेज दिया। जूता कारोबारी राहुल की हत्या के बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए आरोपियों ने चंदौसी कस्बे के घंटाघर स्थित बाजार की एक दुकान से दो बैग खरीदे थे। दैनिक भास्कर ने दुकानदार विनोद अरोड़ा से इस संबंध में बातचीत की। विनोद अरोड़ा ने बताया कि एक व्यक्ति ने उनसे ट्रैवलिंग बैग मांगे थे। कई डिजाइन देखने के बाद उसने लाल रंग का एक बड़ा बैग पसंद किया। बाद में दो और बैग पसंद किए गए। कुल ₹1150 का भुगतान गूगल पे के माध्यम से किया गया था। ग्राहक ने बताया था कि वे फैमिली ट्रिप पर जा रहे हैं और उन्हें थोड़ा बड़ा बैग चाहिए। विनोद अरोड़ा ने कहा कि वे इस घटना से हैरान हैं। उन्होंने कहा कि उनका काम व्यापार करना है, लेकिन ऐसी घटनाएं इंसान की मानसिकता पर सवाल उठाती हैं। मृतक की पहचान राहुल (40 वर्षीय) पुत्र जसवंत, निवासी कस्बा गंवा, थाना रजपुरा के रूप में हुई। उसकी शादी 15 साल पहले चंदौसी के मोहल्ला चुन्नी की रहने वाली रूबी से हुई थी। तीन साल बाद वह चंदौसी में आकर रहने लगा था। राहुल 18 नवंबर से लापता था, जिसकी गुमशुदगी पत्नी ने 24 नवंबर को कोतवाली चंदौसी में दर्ज कराई थी।
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