रामपुर जिले के 15 अधिकारियों ने राजकीय बाल गृह शिशु/दत्तक ग्रहण इकाई के बच्चों की शिक्षा की जिम्मेदारी स्वेच्छा से संभाली है। यह इकाई महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित है, जहाँ ऐसे बच्चे रहते हैं जो विभिन्न कारणों से अपने माता-पिता से अलग हो गए हैं और जिनका पालन-पोषण सरकार करती है। जिला प्रोबेशन अधिकारी ईरा आर्या ने बताया कि इकाई के 15 बच्चों का प्रवेश शहर के सेंट पॉल स्कूल में कराया गया है। इन बच्चों की शिक्षा और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं का खर्च जिले के विभिन्न विभागों के अधिकारी उठाएंगे। इस पहल में मुख्य विकास अधिकारी गुलाब चन्द्र, जिला विकास अधिकारी अमित कुमार सिंह, परियोजना निदेशक डी.आर.डी.ए. हरीश चन्द्र प्रजापति, उपायुक्त स्वरोजगार दुर्याेधन, अधिशासी अभियन्ता (आरईडी) दुष्यंत प्रताप, सहायक अभियन्ता लघु सिंचाई रजत रूहेला, जिला पंचायतराज अधिकारी एन.एल. गंगवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी धमेन्द्र कुमार, जिला कृषि अधिकारी कुलदीप सिंह राणा, जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी गौरव खड़ायत, जिला समाज कल्याण अधिकारी सूरज कुमारी, सहायक निदेशक मत्स्य डॉ. प्रशांत गंगवार, जिला खादी एवं ग्रामोद्योग अधिकारी भूपेन्द्र सिंह, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता डॉ. गणेश गुप्ता और मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ. वेदप्रकाश शामिल हैं। इन सभी अधिकारियों ने एक-एक बच्चे की शिक्षा की जिम्मेदारी ली है। अधिकारियों द्वारा बच्चों की स्कूल ड्रेस के लिए 2600 रुपये और प्रतिमाह 800 रुपये की फीस का प्रबंध किया जाएगा। यह प्रयास बच्चों के उज्ज्वल भविष्य, सुरक्षित जीवन और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।
https://ift.tt/xho1A2w
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply