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राजू दास बोले-हिजाब वालों के घरों से हथियार हैं मिलते:नीतीश से हटाकर कोई गलती नहीं की, गाजी की मजार उखाड़कर फेंक देनी चाहिए

बहराइच में हिन्दू सेवा सुरक्षा संघ की बैठक में शामिल होने आए महंत राजू दास ने हिजाब विवाद पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का समर्थन किया। उन्होंने कहा–सीएम नीतीश ने कोई गलत काम नहीं किया है। महंत राजू दास ने तर्क दिया कि जब नौकरी के लिए नियुक्ति पत्र लेना था, तो हिजाब नहीं पहनना चाहिए था। हिजाब पहनने वालों के घरों से भारी हथियार मिलते हैं। लाल किले पर बम ब्लास्ट करने वाले मुस्लिम डॉक्टर निकले थे, जिनका सहयोग करने वाले भी डॉक्टर थे। ऐसे में सीएम ने पहचान के लिए हिजाब हटाकर कोई गलती नहीं की है। शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग उन्होंने देश के शिक्षण संस्थानों में किसी भी प्रकार के भेदभाव को समाप्त करने की बात कही। उन्होंने सभी शिक्षण संस्थानों में हिजाब पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। महंत राजू दास ने आगे कहा– देश में मंदिरों को तोड़ने वाले और लाखों निर्दोषों की हत्या करने वाले बाबर के नाम पर कोई मस्जिद स्वीकार्य नहीं है। अब आजी गाजी–पाजी नहीं चलेगा बहराइच में सैय्यद सालार मसूद गाजी की दरगाह को लेकर कहा– सबसे पहले तो इस जिले का नाम बदलना चाहिए। महाराजा सुहेलदेव ने जिस आतंकी को मारा था, उसकी यहां पूजा हो रही है। ऐसे व्यक्ति की मजार की एक–एक ईंट उखाड़कर समंदर में फेंक देनी चाहिए। अब आजी गाजी–पाजी नहीं चलेगा। बरेली के बाजार में पि….ड़ा कूटा रे… महंत राजू दास ने सुझाव दिया मुस्लिम समुदाय अपने धर्म के किसी महापुरुष के नाम पर मस्जिद का निर्माण कर सकता है, जिसमें वे सहयोग करेंगे। हालांकि, किसी भी आक्रांता के नाम पर कोई निर्माण नहीं होने दिया जाएगा। वहीं महंत राजू दास ने कहा- पहले गाना बजता था बरेली के बाजार में झुमका गिरा रे, लेकिन अब वहां क्या हुआ? बरेली के बाजार में पि….ड़ा कूटा रे… ——————- ये खबर भी पढ़ेःं- टीवी डिबेट देख कॉर्पोरेट जॉब छोड़ी, घरवाले बोले-पागल हो गया, IIIT वाले ने गोबर-गोमूत्र से बना डाली 10 करोड़ की कंपनी आज पीछे मुड़कर देखता हूं तो लगता है कि जिंदगी कब और कैसे करवट बदलती है, पता ही नहीं चलता। यूरोप, अमेरिका, साउथ-ईस्ट एशिया के बड़े-बड़े कॉर्पोरेट ऑफिसेज में काम करने वाला एक लड़का गाय चरा रहा है। नमस्कार, मैं असीम रावत, पेशे से सॉफ्टवेयर इंजीनियर था। अब मैं गाजियाबाद के सिकंदपुर में रहता हूं। पढ़ें पूरी खबर…


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