उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर के एक बयान के विरोध में समाजवादी पार्टी (सपा) कार्यकर्ताओं ने रॉबर्ट्सगंज के स्वर्ण जयंती चौक पर प्रदर्शन किया। इस दौरान महिलाओं ने कैबिनेट मंत्री के प्रतीकात्मक फोटो पर झाड़ू, बेलन और चिमटा लेकर अपना गुस्सा व्यक्त किया। सपा सचिव प्रमोद यादव ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि भाजपा के सहयोगी दल लगातार महिलाओं के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग कर रहे हैं। उन्होंने भाजपा सरकार और उसके सहयोगी दलों पर महिलाओं पर आपत्तिजनक बयान देने का आरोप लगाया। यादव ने उन्नाव पीड़िता के मामले में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर द्वारा कथित तौर पर ठहाके लगाने और महिलाओं पर विवादित टिप्पणी करने का जिक्र किया। उन्होंने कुलदीप सिंह सेंगर को जमानत मिलने का भी उल्लेख किया, जिस पर प्रदेश के परिवहन मंत्री ने ‘न्याय मिलने’ की बात कही थी। प्रमोद यादव ने संजय निषाद पर भी निशाना साधा, जिन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री द्वारा महिलाओं के दुपट्टे खींचने की घटना पर कथित तौर पर विवादित बयान दिया था। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या यही ‘अमृत काल’ है, जैसा कि भाजपा दावा करती है। प्रदर्शनकारियों ने उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता के मामले में दोषी कुलदीप सेंगर को दिल्ली हाई कोर्ट से मिली जमानत का भी विरोध किया। उन्होंने बताया कि पीड़िता दिल्ली में प्रदर्शन कर रही थी, जहां पुलिस प्रशासन ने उसे कथित तौर पर घसीटा। सपा महिला सभा की जिला अध्यक्ष गीता गौर ने आरोप लगाया कि भाजपा केवल महिलाओं का अपमान कर रही है। सपा नेता मनीष त्रिपाठी ने कहा कि ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’ का नारा केवल एक नारा बनकर रह गया है, जबकि उत्तर प्रदेश में हत्या और लूट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। माया भारती ने भी राजभर के बयान और उनके ठहाकों को भाजपा की महिलाओं के प्रति गंभीरता की कमी का संकेत बताया। गौरतलब है कि यह घटना 24 दिसंबर को हुई थी, जब ओम प्रकाश राजभर से उन्नाव रेप पीड़िता के बारे में सवाल पूछा गया था। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने इस संवेदनशील मुद्दे पर ठहाके लगाए थे, जिसे ‘बेशर्मी भरा बयान’ बताया गया। इस विरोध प्रदर्शन में सुरेश अग्रहरी, कलावती देवी, शीला भारती, जुनैद अंसारी और अरविंद पटेल सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे।
https://ift.tt/dSxsEWR
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply