DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

यूपी BJP अध्यक्ष के लिए पंकज चौधरी का नाम फाइनल:7 बार के सांसद, केंद्रीय मंत्री; 2 साल पहले मोदी घर पहुंचे थे

यूपी में भाजपा के नए अध्यक्ष के लिए केंद्रीय वित्त राज्यमंत्री पंकज चौधरी का नाम लगभग फाइनल हो गया है। भाजपा सूत्रों का दावा है कि पंकज चौधरी के नाम का सिर्फ ऐलान होना बाकी है। वह योगी के गढ़ गोरखपुर से सटे महाराजगंज से 7 बार से सांसद हैं। ओबीसी के कुर्मी समुदाय से आने वाले पंकज चौधरी 2021 से केंद्र की मोदी सरकार में मंत्री हैं। वह पीएम के कितने खास हैं, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दो साल पहले यानी 2023 में गोरखपुर दौरे के दौरान मोदी अचानक उनके घर पहुंच गए थे। दरअसल, भाजपा ने तय किया है कि नया प्रदेश अध्यक्ष OBC वर्ग से ही होगा। पंकज चौधरी शनिवार सुबह 11 बजे लखनऊ पहुंचेंगे। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव को पार्टी मेगा इवेंट बनाने जा रही है। पंकज चौधरी सबसे आगे क्यों? बड़े अपडेट्स जानिए… तो पंकज चौधरी भाजपा के चौथे कुर्मी जाति के अध्यक्ष होंगे… अब रेस में 2 और नाम क्यों, जानिए… 1. बीएल वर्मा, केंद्रीय मंत्री 2. साध्वी निरंजन ज्योति, पूर्व केंद्रीय मंत्री खबर में आगे बढ़ने से पहले इस पोल पर अपनी राय दीजिए… इन नामों की भी चर्चा
उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, यूपी सरकार में मंत्री धर्मपाल सिंह और राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद के नाम की भी चर्चा है। जबकि, ब्राह्मण वर्ग में राज्यसभा सदस्य डॉक्टर दिनेश शर्मा, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक और पूर्व सांसद हरीश द्विवेदी के नाम पर अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, इसकी उम्मीद बहुत कम ही है। मतदान हुआ तो 380 से अधिक प्रांतीय परिषद सदस्य हिस्सा लेंगे
यूपी के चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्र नाथ पांडे ने बताया, प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए चुनाव अधिकारी और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल शनिवार को लखनऊ आएंगे। उसी दिन दोपहर एक बजे से दो बजे तक पार्टी मुख्यालय पर नामांकन पत्र दाखिल कराए जाएंगे। नामांकन प्रक्रिया केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े की मौजूदगी में होगी। अगले दिन रविवार को केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल चुनाव की प्रक्रिया पूरी कराएंगे। उन्होंने बताया, चुनाव में यदि मतदान की आवश्यकता हुई तो 84 संगठनात्मक जिलों से 380 से अधिक प्रांतीय परिषद के सदस्य मतदान करेंगे। भाजपा के 98 संगठनात्मक जिले हैं, लेकिन अभी 14 जिलों में जिला अध्यक्ष का चयन नहीं हुआ है। इसलिए वह जिले प्रदेश अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया में शामिल नहीं होंगे। मतदान की नौबत नहीं आएगी, निर्विरोध होगा चुनाव
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मतदान की नौबत नहीं आएगी। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव निर्विरोध होगा। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल परिषद की बैठक में नेता के नाम का प्रस्ताव रखेंगे। जिस पर CM योगी आदित्यनाथ या कोई अन्य नेता समर्थन करेगा। इसके बाद नाम की घोषणा कर दी जाएगी। क्योंकि प्रदेश अध्यक्ष चुनाव के लिए कम से कम 10 प्रांतीय परिषद सदस्यों के प्रस्तावक और समर्थक होना आवश्यक है। ऐसे में पार्टी की ओर से तय नाम के खिलाफ जाकर किसी भी नेता की नामांकन दाखिल करने की हिम्मत नहीं होगी ना ही कोई प्रांतीय परिषद का सदस्य प्रस्ताव का समर्थन बनने की हिम्मत करेगा। यूपी भाजपा की राजनीतिक दिशा क्या होगी, जानकार कहते हैं- 11 महीने से नए अध्यक्ष का इंतजार
यूपी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की नियुक्ति 15 जनवरी, 2025 को होनी थी। कभी महाराष्ट्र चुनाव, तो कभी यूपी में उपचुनाव। इसके बाद बिहार चुनाव के चलते मामला अटकता चला गया। यूपी भाजपा का अध्यक्ष केवल यूपी ही नहीं, पार्टी की केंद्रीय राजनीतिक के लिए भी महत्वपूर्ण है। 16 दिसंबर, 2025 से खरमास शुरू हो रहा है, लिहाजा दो दिन पहले 14 दिसंबर को प्रदेश अध्यक्ष का चयन हो जाएगा। तो होगा मंत्रिमंडल विस्तार
योगी सरकार 2.0 का दूसरा मंत्रिमंडल विस्तार भी होना है। पूर्व पंचायतीराज मंत्री भूपेंद्र सिंह चौधरी के प्रदेश अध्यक्ष बनने और पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री जितिन प्रसाद के केंद्र सरकार में मंत्री बनने के बाद कैबिनेट मंत्री के पद खाली हैं। आगामी पंचायतीराज चुनाव और विधानसभा चुनाव के चलते सामाजिक समीकरण सेट करने के लिए भी कुछ जातियों का सरकार में प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। दलितों का प्रतिनिधित्व भी बढ़ाया जाना है। भाजपा के वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी को भी फिर से मंत्रीमंडल में शामिल किया जाना है। प्रदेश सरकार के मौजूदा मंत्रियों में, जिनके कामकाज को लेकर सरकार, भाजपा और आरएसएस के साथ कार्यकर्ताओं में नाराजगी है, उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर भी किया जा सकता है। हालाकि, पार्टी का एक वर्ग चुनाव से पहले किसी को मंत्रिमंडल से बाहर करने के पक्ष में नहीं है। योगी सरकार 2.0 का पहला मंत्रिमंडल विस्तार 5 मार्च, 2024 को किया गया था। इसमें सुनील शर्मा, दारा सिंह चौहान, रालोद के अनिल कुमार और सुभासपा के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को मंत्री कैबिनेट मंत्री बनाया गया था। योगी सरकार में 54 मंत्री, 6 पद खाली
योगी कैबिनेट में वर्तमान में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक सहित कुल 21 कैबिनेट मंत्री हैं। असीम अरुण, गुलाब देवी, जेपीएस राठौर और दयाशंकर सिंह समेत 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं। प्रतिभा शुक्ला, रजनी तिवारी, बलदेव सिंह औलख और जसवंत सिंह सैनी सहित 19 राज्यमंत्री हैं। इस तरह वर्तमान में कुल 54 मंत्री हैं, जबकि कुल 60 मंत्री बनाए जा सकते हैं। लिहाजा, मंत्रिमंडल के लिए 6 पद खाली हैं। ————— यह खबर भी पढ़ें:- अखिलेश पर भड़के धनंजय, कहा- सपा सांसदों से माफी मंगवाऊंगा:कोडीन भैया कहने पर अभय सिंह को चैंलेज, दम हो तो नाम लें कफ सिरप के अंतरराष्ट्रीय अवैध कारोबार को देखते हुए मैंने CBI जांच की मांग की है। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव वन डिस्ट्रिक, वन माफिया की बात कर रहे हैं। क्या उन्हें अपना कार्यकाल याद नहीं? यह बात दैनिक भास्कर से विशेष इंटरव्यू में धनंजय सिंह ने कही। यूपी से लेकर बांग्लादेश तक फैले कोडीन कफ सिरप मामले में पहली बार धनंजय ने खुलकर किसी मीडिया हाउस से बात की। पढ़िए पूरा इंटरव्यू…


https://ift.tt/eDdXapR

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *