यूपी की टीचर शिवानी वर्मा की हत्या में बड़ा खुलासा हुआ है। बिहार के अररिया में शूटर ने कंफ्यूजन में शिवानी को गोली मार दी थी। शुक्रवार को पुलिस ने 2 शूटर्स को गिरफ्तार करते हुए हत्याकांड का खुलासा किया। पुलिस ने बताया- इस हत्याकांड की मुख्य साजिशकर्ता फारबिसगंज की हुस्न आरा है। उसने अपने पति की गर्लफ्रेंड को मारने के लिए 3 लाख रुपए में शूटर हायर किए थे। उसने राजा और छोटू नाम के 2 लोगों को गोली मारने की जिम्मेदारी थी। अपराधियों ने पहले शिक्षिका की रेकी की थी। हालांकि, जिस दिन घटना हुई, वो टीचर छुट्टी पर थी। चूंकि दोनों टीचर एक ही रास्ते से स्कूटी पर आती थीं, अपराधियों ने गलती से शिवानी वर्मा को निशाना बना लिया, जिससे उनकी मौत हो गई। शिवानी और दूसरी टीचर दोनों की स्कूटी का रंग लाल था। इसी कंफ्यूजन में शूटर्स ने शिवानी को मार दिया। मास्टरमाइंड हुस्न आरा समेत 3 अरेस्ट
अररिया के SP अंजनी कुमार ने बताया- SIT ने CCTV फुटेज और तकनीकी जांच के आधार पर आरोपियों तक पहुंची। हुस्न आरा सहित कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि अन्य आरोपियों की तलाश जारी है। पुलिस ने 2 शूटर्स मोहम्मद मारूफ और मोहम्मद सोहैल को गिरफ्तार किया है। हत्या में इस्तेमाल की गई एफजेड बाइक, एक देसी कट्टा और अपराधियों के कपड़े भी बरामद किए गए हैं। 3 दिसंबर को BPSC शिक्षिका शिवानी वर्मा (25) की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। शिवानी मूलत: रायबरेली की रहने वाली थीं। वह स्कूल जा रही थीं, तभी बाइक सवार बदमाशों ने उनकी गर्दन में गोली मार दी। शूटर्स की फोटो देखिए… बहन ने स्कूल के टीचर पर लगाया था हत्या का आरोप शिवानी की बड़ी बहन जूली ने बताया था कि, ‘2023 में हम तीन बहनों का TRE-1 में एग्जाम क्लियर हुआ था। इसी दौरान मुझे पटना, दूसरे नंबर वाली बहन ज्योति को समस्तीपुर और तीसरे नंबर पर शिवानी थी। इसकी अररिया में 2 साल पहले पोस्टिंग हुई थी। हम तीनों बहनें अक्सर एक-दूसरे मिलने रविवार को आ जाते थे। वो हर बात हम दोनों बहनों से शेयर करती थी। उसे UPSC निकालना था, इसलिए स्कूल के बाद वो उसकी तैयारी करती थी। साल 2023 में जब शिवानी इस स्कूल में आई तो यहां पर मौजूद रंजीत नाम के टीचर ने उसे प्रपोज किया, लेकिन शिवानी ने उसे उसी समय मना कर दिया था। शिवानी ने रंजीत से कहा, मैं UPSC क्लियर करना चाहती थी। अभी मुझे पढ़ना है, शादी के लिए बहुत टाइम है। इसके बावजूद रंजीत नहीं समझा। वो स्कूल में हर दिन शिवानी से किसी न किसी बहाने से बात करता था। ये सिलसिला करीब 1 साल तक चला, इसके बाद रंजीत ने अभी से कुछ महीने पहले दूसरी लड़की से शादी कर ली। 2-3 महीने तक वो ठीक रहा। इसके बाद फिर से वो वही हरकतें करना शुरू कर दिया था। शिवानी को तंग करने के लिए वो कभी बाइक से उसपर धूल उड़ाया करता था, तो कभी कुछ और हरकतें करता था।’ रीजैक्शन बरदाश्त नहीं हुआ, इसलिए करवा दी हत्या बहन ने आगे बताया था कि, रंजीत को रीजैक्शन बरदाश्त नहीं हुआ होगा, इसलिए उसने मेरी बहन की हत्या की है। रंजीत को लगा होगा कि उसपर शक नहीं जाएगा, क्योंकि वो अब शादीशुदा हो गया है, लेकिन उसने ही मेरी बहन को मार डाला है। इसमें मेरी बहन के स्कूल के प्रिंसिपल उमेश कुशवाहा का भी हाथ है। जब हमलोगों ने रंजीत के बारे में उन्हें शिकायत की तो वो उसे बचाते नजर आए थे। उन्होंने रंजीत के बारे में थाने में शिकायत करवाने से भी रोक दिया था। प्रिंसिपल भी करवा सकते हैं मेरी बहन का मर्डर बहन ने आगे बताया, कुछ दिनों पहले मेरी बहन ने प्रिंसिपल से SL (स्पेशल लीव) मांगी थी, लेकिन उन्होंने देने से मना कर दिया था। उनका कहना था ये सभी को नहीं मिलता है। इस मामले को लेकर हम लोग DEO के पास शिकायत लेकर पहुंचे थे। इसको लेकर प्रिंसिपल को DEO ने फटकार भी लगाया था। ये मामला मीडिया में भी आया था। इस वजह से हेडमास्टर के इमेज पर धक्का भी लगा था। इसका बदला लेने के लिए वो भी मेरी बहन की हत्या करवा सकते हैं। 7 महीने से उसके घर ना कोई लड़का आया ना लड़की शिवानी की लैंडलॉर्ड वीणा देवी ने बताया, मई 2025 से वो हमारे यहां रेंट पर रह रही थी। उसका स्कूल यहां से 4KM दूर था। जहां पर वो पहले रहती थी, वो उसके स्कूल से करीब 10KM दूर पड़ता था। इसी वजह से उसने रूम चेंज किया था। 7 महीने से हम लोग उसे देख रहे हैं। वो सुबह 8.30 बजे स्कूल जाने के लिए निकलती थी। हम लोगों को अच्छे से राधे-राधे बोलकर जाती थी। इसके बाद शाम 5 बजे वो घर आ जाती थी। फिर वो घर से कहीं बाहर नहीं निकलती थी। फोन पर ज्यादा बात भी नहीं करती थी वीणा देवी ने आगे बताया, कभी-कभी मैं उसे अपने यहां खाने पर बुलाती थी। इसपर वो कहती थी, आंटी आप लोग ब्राह्मण हैं। वृंदावन से दीक्षा लिए हुए हैं। आप लोगों से काम नहीं करवाऊंगी। वो बहुत ही अच्छी लड़की थी। किसी से फोन पर भी बात नहीं करती थी। स्कूल से आने के बाद वो खाना खाकर पढ़ने के लिए बैठ जाती थी। हर दिन हम लोगों से बात करती थी मकान मालिक मधुकांत मलिक ने बताया, हम पति-पत्नी हर दिन दुकान पर बैठे रहते थे जब वो स्कूल से वापस आया करती थी। हमेशा राधे-राधे अंकल कहकर 10 मिनट तक हमसे बात करती थी। इसके बाद अपने रूम पर जाती और खाना खाकर पढ़ने बैठ जाया करती थी। बुधवार को हमारी मुलाकात शिवानी की बड़ी बहन जूली से हुई। वो सदर अस्पताल में अपनी बहन की बॉडी लेने आई थी। हत्या के विरोध में लोगों ने निकाला था कैंडिल मार्च
जिला पार्षद सबा ने बताया, 3 दिसंबर को अररिया में BPSC महिला टीचर की हत्या हो गई। हम सारी महिलाएं-पुरुष इसको लेकर कैंडिल मार्च निकाल रहे हैं। हमारी सरकार से यही मांग है कि हत्यारे को फांसी की सजा दी जाए। क्योंकि अगर इन्हें सजा नहीं मिली तो हम भी कभी अब यहां पर सेफ फील नहीं कर पाएंगे। बता दें कि बुधवार की सुबह करीब 8:30 बजे शिवानी स्कूटी से स्कूल जा रही थी। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उसकी गोली मारकर हत्या कर दी। खेत में काम रहे किसान सुधीर यादव ने बताया कि वो स्कूटी से जा रही थीं। तभी बाइक से 2 लड़के आए और पास से गोली मार कर भाग गए। गोली लगते ही वो जमीन पर गिर पड़ी। इसके बाद मैंने आसपास के लोगों को बुलाया और सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटनास्थल से अररिया सदर अस्पताल 70 किमी दूर है।
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