DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

मौलाना समर अब्बास ने कहा- माता-पिता की सेवा जरूरी:इसके बिना अल्लाह की इबादत मुकम्मल नहीं

संभल के सदर कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हुसैन खां सराय स्थित इमामबाड़े में मंगलवार को मरहूम साजिद असगर के सोयम के मौके पर एक मजलिस का आयोजन किया गया। इस मजलिस में क्षेत्रभर से बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल हुए। कुरान-ख्वानी के बाद अल्लामा और ज़ाकिर हजरात ने मरहूम की रूह को इसाले-सवाब पहुंचाया। कार्यक्रम की सदारत मौलाना समर अब्बास ने की। उन्होंने मजलिस को खिताब करते हुए इंसानी जिंदगी में माता-पिता की अहमियत पर विस्तार से रोशनी डाली। मौलाना समर अब्बास ने कहा कि जो लोग अपने माता-पिता की खिदमत करते हैं, वे अल्लाह और उसके रसूल के बेहद करीब होते हैं, क्योंकि माता-पिता की दुआ इंसान की जिंदगी में बरकत लाती है। उन्होंने बताया कि अल्लाह की इबादत बेहतरीन अमल है, लेकिन अगर इसके साथ इंसान अपने माता-पिता की सेवा नहीं करता, तो उसकी इबादत अल्लाह की बारगाह में पूर्ण रूप से क़ुबूल नहीं होती। मौलाना ने कहा कि आज के दौर में लोग इबादत और रिवायती कर्मों पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन अपनी जिंदगी में सबसे ज़रूरी फर्ज—माता-पिता की सेवा—को पीछे छोड़ देते हैं। मौलाना ने आगे कहा कि जो लोग दुनिया में अपने माता-पिता को आराम और इज्ज़त देते हैं, अल्लाह उनके लिए अपनी रहमतों के दरवाजे खोल देता है। उन्होंने युवाओं को विशेष रूप से नसीहत करते हुए कहा कि माता-पिता की खिदमत के बिना कोई भी इबादत मुकम्मल नहीं हो सकती। मजलिस में जहानत हुसैन और उनके साथियों ने मार्मिक मरसिया-ख्वानी पेश की, जिसने मौजूद लोगों के दिलों को गहराई से मुतास्सिर किया। कार्यक्रम में मशहूर शायर नज़ीर बांकरवी, कैफ़ी संभली, पैकर संभली, अली सादिक, अली मोहम्मद, शमशीर संभली, जावेद, डॉ. अदनान, मौलाना रज़ाक क़द्दर, नैय्यर अब्बास सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे।


https://ift.tt/Pin8a6v

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *