मैनपुरी पुलिस ने पारिवारिक विवादों को सुलझाने में एक बार फिर सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक मैनपुरी के निर्देशन में परिवार परामर्श केंद्र में आयोजित विशेष समाधान दिवस में 37 मामलों की सुनवाई हुई, जिनमें से 5 विवादित दंपतियों को सुलह के बाद घर भेजा गया। इन मामलों में ज्यादातर शिकायतें दहेज, अवैध संबंध, मानसिक उत्पीड़न और पारिवारिक कलह से संबंधित थीं। पुलिस की समझाइश और परामर्शदाताओं की धैर्यपूर्ण सुनवाई से दोनों पक्षों के बीच शांतिपूर्ण बातचीत संभव हो पाई, जिससे हर मामले में सुलह हुई। पहला मामला थाना कुरावली से जुड़ा था। प्रेम विवाह के बाद शुरू हुए विवाद ने रिश्ते में कड़वाहट घोल दी थी। परामर्श केंद्र में दोनों पक्षों को अपनी बात रखने का पूरा मौका मिला, जिसके बाद मनमुटाव खत्म हुआ और दंपति साथ लौट गए।
दूसरा मामला बेवर की एक महिला का था, जिसने अतिरिक्त दहेज मांगने का आरोप लगाया था। कई बैठकों के बाद दोनों परिवारों ने अपने मतभेद भुलाकर एक साथ रहने का निर्णय लिया। तीसरा मामला भोगांव से आया था, जहाँ पति पर अन्य महिला से अवैध संबंधों का आरोप था। केंद्र में सुनवाई के बाद आपसी विश्वास बहाल हुआ और विवाद पूरी तरह समाप्त कर दिया गया। चौथे मामले में एलाऊ इलाके के एक युवक पर बेटे को बिना बताए मायके से ले जाने और अवैध संबंधों का आरोप था। कई दौर की सुनवाई के बाद दोनों पक्षों के बीच सुलह कराई गई।
पांचवां मामला किशनी का था, जिसमें स्त्रीधन छीनने और मारपीट के गंभीर आरोप लगाए गए थे। तीन तिथियों की काउंसलिंग के बाद यह परिवार भी फिर से एकजुट हो गया। इस कार्यक्रम में प्रभारी हेमलता सिंह, रामकिशन यादव, मुजम्मिल मिर्जा, मंजूषा चौहान, हेड कांस्टेबल कुसुम चाहर और कांस्टेबल रिशु देवी ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मैनपुरी पुलिस का यह प्रयास दर्शाता है कि परिवार को टूटने से बचाना ही वास्तविक कानून व्यवस्था की जीत है।
https://ift.tt/1qtrNGl
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply