विश्व की सबसे लंबी इलेक्ट्रिक वाहन रैली ‘भारत महा ईवी रैली’ अपने 82वें दिन मैनपुरी पहुंची। उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने रैली को हरी झंडी दिखाकर आगे के लिए रवाना किया। मंत्री ने इस पहल को पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया और कहा कि यह रैली देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जागरूकता बढ़ाने का सराहनीय प्रयास है। यह रैली अब तक 24 राज्यों और 5 केंद्र शासित प्रदेशों का सफर पूरा कर चुकी है। इसमें दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल और असम जैसे प्रमुख राज्य शामिल हैं। रैली का दल इलेक्ट्रिक वाहनों का संदेश लेकर नेपाल और भूटान तक भी पहुंचा है। रैली का मुख्य उद्देश्य देश में इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति जागरूकता बढ़ाना और उनसे जुड़े भ्रम को दूर करना है। इस यात्रा के माध्यम से यह प्रदर्शित किया जा रहा है कि इलेक्ट्रिक वाहन न केवल सुरक्षित हैं, बल्कि लंबी दूरी की यात्रा के लिए भी पूरी तरह सक्षम हैं। अभियान के दौरान, प्रतिभागियों ने देशभर के 100 से अधिक शैक्षणिक संस्थानों और विश्वविद्यालयों का दौरा किया है। इन स्थानों पर छात्रों और शिक्षकों के साथ ईवी टेक्नोलॉजी, पर्यावरण संरक्षण और भविष्य की ऊर्जा आवश्यकताओं पर विस्तृत चर्चा की गई। कई जगहों पर छात्रों को इलेक्ट्रिक वाहनों की टेस्ट ड्राइव का अनुभव भी प्रदान किया गया। यह रैली इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिक व्हीकल एसोसिएशन (आईएफईवीए) के अध्यक्ष डॉ. राजीव मिश्रा के नेतृत्व में आगे बढ़ रही है। टीम में डॉ. शैलेंद्र सरोज, श्रीनिवास कुमार येरापोथु, डॉ. दीपक वाधवा, देवेश गर्ग और रामेंद्र दीक्षित शामिल हैं। ये सभी सदस्य देशभर में ईवी को बढ़ावा देने के मिशन को सशक्त कर रहे हैं। सरकार, उद्योग और शिक्षा जगत के साथ सीधे संवाद के माध्यम से, यह रैली भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की वर्तमान स्थिति, चुनौतियों और संभावनाओं को समझने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। यह यात्रा भविष्य की इलेक्ट्रिक वाहन नीतियों और देश की ऊर्जा नीति को दिशा देने में सहायक सिद्ध होगी।
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