मेरिट में नंबर होने के बाद भी आगरा के लॉ फैकल्टी में मेरा एडमिशन नहीं लिया जा रहा है। मैं SC कैटेगरी का छात्र हूं इसलिए कालेज प्रशासन ऐसा कर रहा है। मेरी मम्मी ने भी माफी मांगी लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन ने एक नहीं सुनी। शायद ये लोग चाहते हैं कि एससी वर्ग के छात्र पहले भी नहीं पढ़े और अभी भी न पढ़ पाएं। ये बाते एससी स्टूडेंट जतिन सिंह ने वीडियो जारी करके कही। अब पढ़िए छात्र ने क्या कहा… छात्र जतिन ने कहा- आगरा कॉलेज की लॉ फैकल्टी की 13 नवंबर को पहली काउंसलिंग थी। मेरा कटऑफ आ गई थी। मैं SC-ST कैटेगरी से हूं तो उसकी कटऑफ 142.78 परसेंट थी। इस कट ऑफ के आधार पर मेरा नंबर अधिक था। मेरा 142.97 परसेंट था। मैं काउंसिलिंग में आया था तो मेरे भाई सचिन का क्लियर हो गया। लेकिन मुझे कोई मेल नहीं आया था। जब मैंने जानकारी चाही तो मुझे नहीं दी गई। मैंने दोबारा अप्लाई किया। इस पर टीचर ने कहा- तुम्हारा कट-ऑफ कम है। एडमिशन नहीं होगा। छात्र बोला- मेरे डॉक्यूमेंट्स फेंक दिए गए छात्र ने कहा- कॉलेज में टीचर और प्रॉक्टर ने मेरे साथ अभद्रता की। मेरे सभी दस्तावेज फेंक दिए गए। मेरे भाई ने पूछा कि जतिन का एडमिशन क्यों नहीं होगा तो मेरे भाई सचिन का फॉर्म फाड़ने की धमकी दी गई। प्रिंसिपल को भी शिकायत की गई। जबकि वाइस प्रिंसिपल ने आश्वासन दिया था कि एडमिशन हो जाएगा। मेरी मम्मी के माफी मांगी फिर भी नहीं माने छात्र जतिन ने कहा- मैं चला फिर 15 नवंबर को कॉलेज में आया। मुझे रिपीट काउंसलिंग के लिए 26 नवंबर की डेट दी गई। जब मैं दोबारा काउंसलिंग में आया तो मुझसे बात नहीं की गई। प्रिंसिपल से मुलाकात की। प्रिंसिपल ने कहा कि तुम्हारा एडमिशन नहीं होगा। हम पर टीचर के साथ अभद्रता करने के आरोप लगाए गए। 2 दिसंबर को भी हम कॉलेज पहुंचे। मम्मी भी साथ में थीं। मम्मी ने मेरी तरफ से माफी मांगी। लेकिन कहा गया कि एडमिशन नहीं होगा। इसी बीच मेरे भाई सचिन कुमार का भी एडमिशन कैंसिल कर दिया गया। 8 दिसंबर को चौथी काउंसिलिंग थी। मैं भी आया था। इस बार कटऑफ 141 कम था। लेकिन मुझे काउंसिलिंग में शामिल नहीं होने दिया गया। मुझे धमकी दी गई कि मुकदमा करा दिया जाएगा। काउंसिलिंग के पहले दिन दोनों छात्रों ने की थी अनुशासनहीनता कॉलेज के मीडिया प्रभारी डॉ. गौरव कौशिक का कहना है कि दोनों छात्रों ने काउंसलिंग के पहले ही दिन अनुशासनहीनता की। टेबल पर जोर-जोर से हाथ मारे। टीचर्स के साथ अभद्रता की। प्रिंसिपल को इसकी जानकारी दी गई। जिस पर यह निर्णय लिया गया कि इनको एडमिशन नहीं दिया जाएगा। —————————–
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