प्रयागराज के माघ मेले की शुरुआत तीन जनवरी से हो रही है। लेकिन अभी तक जमीन आवंटन की प्रक्रिया पूरी नहीं हो सकी। यहां कई साधु संतों को भी अभी जमीन व सुविधाएं नहीं मिल सकी हैं। इससे नाराज कई संत आज गुरुवार की देर शाम मेला प्राधिकरण कार्यालय के बाहर धरने पर बैठ गए। बद्रीनाथ से आए स्वामी प्रणव दास जी महाराज की अगुआई में संत यहां अपना विरोध किया। संतों ने कहा- एक तरफ बड़ी संख्या में संत जमीन व सुविधाओं के लिए अफसरों का चक्कर काट रहे हैं, तो वहीं दूसरी सतुआ बाबा के शिविर में जाकर DM जमीन पर बैठकर रोटी सेंक रहे हैं। ऐसा लग रहा है कि जैसे यह मेला सतुआ बाबा ही चला रहे हैं। 2 तस्वीरें देखिए… मेलाधिकार ने दिया आश्वासन
संतों के आक्रोश को देखते हुए अपर मेलाधिकार दयानंद प्रसाद उनके बीच पहुंचे। वह उन्होंने आश्वासन देने का प्रयास करते रहे। काफी देर बाद उनके आश्वासन के बाद संतों ने अपना धरना समाप्त किया। महामंडलेश्वर सत्यम दास महाराज ने कहा- हम लोग जमीन और सुविधाओं के लिए लगातार अफसरों व मेला प्राधिकरण कार्यालय पहुंच रहे हैं, लेकिन अफसर हैं कि सुनते ही नहीं हैं। चुनिंदा लोगों को दी जा रही प्राथमिकता
संतों का कहना है कि माघ मेला केवल एक आयोजन नहीं, बल्कि उनकी साधना, सेवा और धार्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ है। वे हर वर्ष संगम तट पर आकर कल्पवासियों और श्रद्धालुओं को मार्गदर्शन देते हैं। लेकिन इस बार उन्हें उपेक्षा का सामना करना पड़ रहा है। धरने पर मौजूद संतों ने मेला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कुछ चुनिंदा लोगों को प्राथमिकता दी जा रही है, जबकि वर्षों से आने वाले कई संतों को नजरअंदाज किया जा रहा है। साधु-संतों ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्हें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से कोई शिकायत नहीं है। उनका कहना है कि योगी आदित्यनाथ स्वयं संत हैं और पूरे संत समाज के हितैषी हैं। समस्या केवल मेला प्रशासन के स्तर पर है। संतों ने चेतावनी दी कि जब तक उन्हें शिविर के लिए जमीन आवंटित नहीं की जाएगी, तब तक उनका धरना जारी रहेगा। मांग से पीछे नहीं हटेंगे
धरने पर बैठे संतों ने यहां तक कहा कि प्रशासन चाहे तो उन्हें जेल में डाल दे, लेकिन वे अपने हक की मांग से पीछे नहीं हटेंगे। वहीं, इस पूरे मामले ने माघ मेला 2026 की तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बुधवार को प्रयागराज डीएम ने सतुआ बाबा के आश्रम में बनाई थी रोटी बुधवार को प्रयागराज डीएम मनीष कुमार वर्मा सतुआ बाबा के आश्रम पहुंचे थे। साथ में मेलाधिकार ऋषि राज भी थे। मेला क्षेत्र के खाक चौक स्थित सतुआ बाबा के शिविर में डीएम, मेलाधिकार व अन्य अफसर दोपहर तीन बजे के करीब यहां साधु-संतों से मिलने पहुंचे थे। इसी दौरान वहां रोटी बन रही थी। इस पर डीएम ने खुद हाथों में चिमटा ले लिया और तवे पर चढ़ी रोटी पकाने लगे। डीएम जहां रोटी सेंकते दिखाई पड़ते हैं, वहीं सतुआ बाबा डीएम के ठीक पीछे बैठे मेलाधिकार से बातचीत करते दिखाई देते हैं। फिलहाल यह वीडियो चर्चा का विषय बना हुआ है। इस संबंध में सतुआ बाबा ने बताया कि डीएम व मेलाधिकार कैंप में आए थे। उन्होंने साधु-संतों से कुशलक्षेम पूछा और व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया। वह भक्ति और सेवाभाव से ओतप्रोत दिखाई दिए। उन्होंने संतों के लिए चूल्हे पर रोटी भी पकाई।
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