मेरठ की चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में डिग्री वितरण में लगातार हो रही देरी के विरोध में छात्र नेता शान मुहम्मद के नेतृत्व में छात्रों ने परीक्षा नियंत्रक वीरेंद्र कुमार का घेराव किया। छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन पर टेंडर प्रक्रिया में कमीशन खेल होने के आरोप लगाए और डिग्री की तत्काल उपलब्धता सुनिश्चित करने की मांग की। महीनों करना पड़ता है इंतजार शान मुहम्मद ने बताया कि वर्ष 2024 के छात्रों की डिग्री प्रिंटिंग के लिए KVR कंपनी दिल्ली को टेंडर दिया गया था, लेकिन छात्रों को दो से तीन महीने तक इंतजार करने के बावजूद भी समय पर डिग्री उपलब्ध नहीं कराई गई। अब 2025 बैच की डिग्री प्रिंटिंग पिंटो ग्राफी कंपनी मुंबई को सौंपे जाने की तैयारी है, जिससे छात्रों को डिग्री मिलने में छह महीने तक का विलंब होने की आशंका है। मार्कशीट की तरह ही हो प्रिंटिंग छात्रों का कहना है कि जब मार्कशीट विश्वविद्यालय की मशीनों पर तत्काल प्रिंट हो सकती है, तो डिग्री प्रिंटिंग भी विश्वविद्यालय स्वयं क्यों नहीं कर सकता। यदि वि.वि. अपनी मशीन खरीदकर डिग्री प्रिंट करे तो छात्र को राहत मिलेगी और कंपनियों के टेंडर एवं कमीशन की प्रक्रिया भी समाप्त हो जाएगी। विश्वविद्यालय तत्काल डिग्री देने की व्यवस्था फिर से लागू करे। जिन डिग्रियों में नाम की त्रुटि है, उन्हें तुरंत सही रूप में छात्रों को उपलब्ध कराया जाए। छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि जल्द समाधान नहीं हुआ तो आंदोलन को तेज किया जाएगा। इस दौरान प्रेम चौधरी, अजय चौधरी, सलमान सोम, वसीम नम्बरदार, अनस समेत कई छात्र मौजूद रहे।
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