मेरठ के बहसूमा थाना क्षेत्र में शुक्रवार देर रात दीवार गिरने से एक मजदूर की मौत हो गई। घटना के बाद ग्रामीणों और परिजनों ने शव को थाने के बाहर रखकर हंगामा किया। मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई और सड़क पर जाम की स्थिति बन गई। कई घंटे चले विवाद के बाद जमीन मालिक ने 10 हजार रुपए का मुआवजा देकर समझौता किया। मामला रामराज इलाके में बने एक पेट्रोल पंप की साइट से जुड़ा है, जहां कुछ दिन पहले दीवार तैयार की गई थी। पेट्रोल पंप निर्माण के लिए खरीदी गई थी जमीन यह घटना रामराज के सैफपुर–फिरोज़पुर गांव के पास हुई। मवाना निवासी अमित वकील ने पेट्रोल पंप बनाने के लिए एक खेत खरीदा था। निर्माण के दौरान खेत की सीमा में कुछ दिन पहले दीवार खड़ी की गई थी। मजदूर सोंटी, अभिषेक, विनोद और राहुल दीवार के पास मिट्टी भर रहे थे। इसी दौरान अचानक दीवार भरभराकर गिर गई। चारों मजदूर मलबे की चपेट में आने से घायल हो गए। मौके पर मौजूद लोगों ने सभी को अस्पताल पहुँचाया। इलाज के दौरान मौत घायलों को मेरठ के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इनमें से राहुल की हालत गंभीर थी, इसलिए उसे दिल्ली रेफर किया गया। शुक्रवार सुबह इलाज के दौरान राहुल ने दम तोड़ दिया। शव गांव पहुंचते ही परिवार और ग्रामीणों में मातम छा गया। शुक्रवार रात ग्रामीण और परिजन शव को बहसूमा थाने ले आए। उन्होंने थाने के सामने शव रखकर प्रदर्शन किया। इससे वहां जाम लग गया और माहौल तनावपूर्ण हो गया। कई घंटे तक लोग मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। 5 हजार से शुरू होकर 10 हजार पर हुआ समझौता मामले की जानकारी मिलते ही जमीन मालिक अमित वकील मौके पर पहुंचे। उन्होंने पहले परिवार को 5 हजार रुपए मुआवजे की पेशकश की। ग्रामीणों और परिवार के विरोध के बाद कई घंटे चली बहस के बाद 10 हजार रुपए पर समझौता हुआ।करीब दो घंटे तक गहमागहमी चलने के बाद मालिक ने 10 हजार रुपए दिए और परिवार शव लेकर गांव लौट गया।
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