मेरठ के साकेत स्पोटर्स क्लब में आयोजित तीन दिवसीय एक्जीबिशन के दूसरे दिन अलग अलग स्कूलों के बच्चे पहुंचे। यहां उन्होंने बेस्ट फ्रॉम वेस्ट थीम पर मॉडल बनाकर आर्किटेक्ट के सामने पेश किए। इनमें विजेता ग्रुप को पुरस्कार भी दिए गए। अलग अलग उमर पर आधारित रही बच्चों की टीम कार्यक्रम में बच्चों को उमर के आधार पर तीन भागों में बांटकर प्रतियोगिता कराई गई, जिसमें सभी को अलग अलग प्रोजेक्ट दिए गए। इसमें मुख्य रूप से बच्चों द्वारा चिड़ियों के लिए घोंसले और टायरों से अलग अलग प्रकार के डिजाइन बनाए गए। कल के आर्किटेक्ट हैं ये बच्चे- मीनल अग्रवाल मेरठ आर्किटेक्ट एसोसिएशन की अध्यक्ष मीनल अग्रवाल ने बताया कि आज के बच्चें ही कल के आर्किटेक्ट हैं। इस प्रकार के डिजाइन से उनकी सोचने की शक्ति और मजबूत होती है, जिसका भविश्य मे उनको निश्चित रूप से फायदा मिलेगा। बच्चों को सिखाई जाती हैं ये एक्टिविटी – रितिका राजपूत अपने स्कूल के बच्चों को लेकर पहुंची रितिका राजपूत ने बताया कि हम बच्चों को लगातार इस प्रकार की एक्टिविटी में हिस्सा दिलाते रहते हैं। इनसे बच्चों को खेल और नई तकनीकों से सीखने में भी आसानी रहती है और वे बहुत तेजी से नए नए तरीके और अपने अलग अलग सोच के साथ इस प्रकार के डिजाइन तैयार करते हैं। अन्य स्टॉल पर भी पहुंचे लोग इस एक्जीबिशन में मकान बनाने संबंधित सभी सामग्री के स्टाॅल और उनसे जुड़े एक्सपर्ट भी पहुंचे हैं जोग यहां उनसे भी जानकारी लेने पहुंच रहे हैं। इसके साथ साथ अपनी जरूरतों के हिसाब से सामान भी खरीद रहे हैं।
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