मेरठ के पीएल शर्मा जिला अस्पताल की इमरजेंसी में मौजूद स्टाफ पर इलाज में लापरवाही का गंभीर आरोप लगा है। दो गंभीर मरीज चांद खान और गुलशन को समय पर उपचार नहीं मिला, जिसके चलते दोनों लंबे समय तक तड़पते रहे। बाद में दोनों को एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अस्पताल में नहीं दिया प्राथमिक उपचार दिल्ली रोड सब्जी मंडी गेट के पास सड़क हादसे में लिसाड़ी गेट निवासी 18 वर्षीय चांद खान घायल हो गया। उसके पैर में फ्रैक्चर था। परिजन उसे जिला अस्पताल की इमरजेंसी में लेकर पहुंचे, लेकिन परिजनों के मुताबिक उसे प्राथमिक उपचार तक नहीं दिया गया। इलाज न मिलने से परेशान परिजन उसे निजी अस्पताल ले गए। दूसरी ओर, तारापुरी निवासी 40 वर्षीय गुलशन, जो गुदों की बीमारी से पीड़ित है, दो दिन से पीठ दर्द और नसों में जकड़न की वजह से चलने-फिरने में असमर्थ था। परिजन उसे इमरजेंसी लेकर पहुंचे, लेकिन आरोप है कि गुलशन को डेढ़ घंटे इंतजार कराने के बाद बिना दवा दिए ही मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। परिजनों का आरोप है कि दोनों मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिला और अस्पताल स्टाफ ने गंभीरता नहीं दिखाई। रेफर कराने की कराएंगे जांच- डॉ योगेश इस मामले में इमरजेंसी मेडिकल ऑफिसर ने कहा कि सड़क दुर्घटना वाले मरीज को परिजन स्वयं ही उपचार से पहले अस्पताल से ले गए। वहीं कार्यवाहक प्रमुख अधीक्षक डॉ योगेश अग्रवाल ने कहा कि गंभीर मरीजों को ही भर्ती किया जाता है और स्थिति अधिक गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर किया जाता है। उन्होंने कहा कि गुलशन को रेफर करने के कारणों की जांच कराई जाएगी।
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