महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 24 दिसंबर तक ‘मिशन शक्ति फेज-5’ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में 16 दिसंबर को इस्माईल डिग्री कॉलेज में महिला सशक्तिकरण और सड़क सुरक्षा नियमों पर एक जागरूकता कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यक्रम में संभागीय परिवहन अधिकारी अनीता सिंह ने छात्राओं को महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के प्रति जागरूक किया। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन बनाने का आह्वान किया और कहा कि “सशक्त स्त्री समृद्ध समाज का आधार है।” अनीता सिंह ने सभी को वैध ड्राइविंग लाइसेंस के साथ सुरक्षित रूप से वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने ‘राहवीर योजना’ के बारे में भी विस्तार से बताया, जिसके तहत दुर्घटना में घायल व्यक्ति की ‘गोल्डन ऑवर’ में मदद करने वाले व्यक्ति को 25,000 रुपये की सम्मान राशि और जिलाधिकारी द्वारा प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाता है। सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रशासन) यूतिका सिंह ने छात्राओं को लर्निंग लाइसेंस के ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया से अवगत कराया। उन्होंने यह भी बताया कि 18 वर्ष से कम आयु के नाबालिगों द्वारा दुर्घटना किए जाने पर अभिभावकों को 25,000 रुपये का जुर्माना और तीन वर्ष की सजा हो सकती है। ऐसे मामलों में वाहन का पंजीकरण एक वर्ष के लिए रद्द कर दिया जाता है और दुर्घटना करने वाले नाबालिग का ड्राइविंग लाइसेंस 25 वर्ष की आयु पूरी होने के बाद ही बनाया जाता है।
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