राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में रविवार को मिर्जापुर में दो हिंदू सम्मेलन आयोजित किए गए। पहला सम्मेलन नगर के सिटी क्लब मैदान में मां जालपा शाखा के स्वयंसेवकों द्वारा, जबकि दूसरा शुक्लाहा बस्ती स्थित भोला गार्डन मैदान में सकल हिंदू समाज के तत्वावधान में संपन्न हुआ। इन आयोजनों में समाज के विभिन्न वर्गों की उल्लेखनीय भागीदारी देखी गई। सिटी क्लब मैदान में आयोजित सम्मेलन में रमई पट्टी, गोसाई तालाब, पक्का पोखरा और संकट मोचन बस्ती सहित आसपास के क्षेत्रों से बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया गया। शिशु मंदिर के बच्चों ने देशभक्ति गीत और नृत्य प्रस्तुत किए। विसुंदरपुर इंटर कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रदीप कुमार ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की, जबकि कैंब्रिज स्कूल कछवां के प्रवक्ता संजय मुख्य वक्ता रहे। नमामि गंगे के संयोजक देवराम ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर नगर के सभासद, गणमान्य नागरिक और महिलाएं भी मौजूद रहीं। शुक्लाहा बस्ती के भोला गार्डन मैदान में हुए विराट हिंदू सम्मेलन के मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग संघचालक और वरिष्ठ अधिवक्ता तिलकधारी थे। उन्होंने कहा कि भारत केवल भूमि का टुकड़ा नहीं, बल्कि भारत माता है, और जो इसे माता मानता है, वही राष्ट्र का सच्चा भ्राता है। उन्होंने सामाजिक एकता, राष्ट्रभक्ति और सांस्कृतिक चेतना को मजबूत करने का आह्वान किया। विशिष्ट अतिथि राज्य महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभात ने भारतीय महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला और पंच परिवर्तन में उनकी सहभागिता की आवश्यकता पर जोर दिया। अध्यक्षीय उद्बोधन में शिवधारी महाराज ने कहा कि हिंदू समाज सनातन है और समाज का विभाजन जाति के आधार पर नहीं, बल्कि कर्तव्य के आधार पर रहा है। इस कार्यक्रम का शुभारंभ हवन-पूजन से हुआ, जिसके बाद सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ और भारत माता की आरती की गई। एडवोकेट पवन कुमार यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया, जबकि शासकीय अधिवक्ता शिवकुमार सिंह ने सभी उपस्थित लोगों का आभार व्यक्त किया।
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