मिर्जापुर में प्रभारी मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ ने जिला प्रशासनिक समन्वय समिति और कोर कमेटी की बैठक की। इस दौरान जिले का नाम ‘विंध्याचल धाम’ करने का प्रस्ताव मुख्यमंत्री को भेजने का निर्णय लिया गया। साथ ही, बिजली विभाग के विजिलेंस इंस्पेक्टर पर अवैध वसूली के आरोप में एफआईआर दर्ज करने का निर्देश भी दिया गया। अष्टभुजा निरीक्षण गृह में हुई बैठक में भाजपा जिलाध्यक्ष और नगर पालिकाध्यक्ष ने मिर्जापुर का नाम ‘विंध्याचल धाम’ करने का प्रस्ताव रखा। इस पर समिति में सर्वसम्मति बनी और इसे मुख्यमंत्री को भेजने का फैसला किया गया। मंत्री नंदी ने सभी विभागों को समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित करने, किसी भी प्रकार की शिथिलता न बरतने और सरकारी योजनाओं का लाभ समय पर लाभार्थियों तक पहुंचाने के निर्देश दिए। राजगढ़ क्षेत्र में अवैध शराब, स्मैक और गांजे की बिक्री की शिकायतें मिलने पर उन्होंने पुलिस और आबकारी विभाग को सघन अभियान चलाकर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने का आदेश दिया। संबंधित थाना प्रभारी और बीट सिपाही पर भी कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बिजली विभाग के विजिलेंस अधिकारी पर अवैध वसूली के गंभीर आरोप सामने आने पर प्रभारी मंत्री ने अधीक्षण अभियंता को तत्काल दोषी इंस्पेक्टर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। उन्होंने विद्युत बिलों की ओवररेटिंग की समस्या को भी सुधारने को कहा। बैठक में मनरेगा भुगतान, मंदिरों के विकास, गंगा कटान और वन क्षेत्र सीमांकन सहित विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दे भी उठाए गए। जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार ने बताया कि बाढ़ प्रभावित 50 हजार किसानों को मुआवजा भेजा जा चुका है। इसके अतिरिक्त, फसल बीमा के तहत 9 करोड़ रुपये किसानों के खातों में भेजे गए हैं।
प्रभारी मंत्री ने कुछ थानों में कार्यकर्ताओं और पीड़ितों के साथ दुर्व्यवहार की शिकायतों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने ऐसे थानाध्यक्षों को तत्काल हटाने और बाजारों में पैदल गश्त बढ़ाने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी को सड़कों की मरम्मत और गड्ढा मुक्ति अभियान की नियमित समीक्षा करने के आदेश भी दिए गए। इस बैठक में जिलाधिकारी पवन कुमार गंगवार, मुख्य विकास अधिकारी, अपर जिलाधिकारी, अपर पुलिस अधीक्षक सहित सभी संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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