माघ मेले में इस बार लगभग 15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है। अधिकारियों ने रेलवे और भीड़ प्रबंधन को लेकर कड़ी तैयारियां शुरू कर दी हैं। मुख्य सचिव एसपी गोयल ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार को पत्र लिखकर प्रयागराज आने वाली ट्रेनों की तुलना में बाहर जाने वाली ट्रेनों की संख्या 25 से 30 प्रतिशत अधिक चलाने का सुझाव दिया है। पत्र में मुख्य सचिव ने नैनी स्टेशन पर अधिक ट्रेनों का आवागमन कराने की विशेष सिफारिश की है क्योंकि घाट के नजदीक होने के कारण यहां श्रद्धालुओं की भीड़ ज्यादा होती है। छिवकी की तुलना में नैनी स्टेशन पर ज्यादा ट्रेनें चलाई जाएंगी। इसके अलावा दोनों स्टेशनों पर होल्डिंग एरिया बनाने, प्रवेश और निकासी द्वारों पर पर्याप्त संख्या में जीआरपी और आरपीएफ विभाग की तैनाती, तथा नैनी स्टेशन के गोदाम भवन को होल्डिंग एरिया के रूप में विकसित करने का प्रस्ताव रखा गया है। फाफामऊ और झूंसी रेलवे स्टेशनों से विशेष ट्रेनों की चलाने की भी सिफारिश की गई है। फाफामऊ पुल के अतिरिक्त कोई वैकल्पिक मार्ग न होने से भीड़ प्रबंधन की समस्या हो सकती है। इसलिए स्टेशन के पास पर्याप्त होल्डिंग एरिया और वैकल्पिक मार्ग की व्यवस्था आवश्यक होगी। स्नान पर्वों के दौरान श्रद्धालु रेलवे ट्रैक पर चलकर समय बचाने की कोशिश करते हैं, जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। इसे रोकने के लिए रेलवे ट्रैक के किनारे ऊंची रेलिंग, दीवार और कंटीले तार लगाए जा रहे हैं। ड्रोन से निगरानी की जाएगी और यदि कोई व्यक्ति ट्रैक पर पाया गया तो तुरंत कार्रवाई की जाएगी। कुछ अन्य प्रस्तावों में मेला क्षेत्र से अंदावा रोड होते हुए झूसी स्टेशन तक के रास्ते को होल्डिंग एरिया बनाना, झूसी स्टेशन के गेट नंबर चार पर मजबूत बैरिकेडिंग लगाना, होल्डिंग एरिया की ऊंचाई बढ़ाना और संगम स्टेशन को बंद करने की योजना शामिल है।
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