प्रयागराज माघ मेला 2026 को सुरक्षित और आपदा-प्रूफ बनाने के लिए तैयारी अब हाई-एंड लेवल पर पहुंच गई है। केमिकल, बायोलॉजिकल, रेडियोलॉजिकल और न्यूक्लियर (CBRN) हमलों जैसी गंभीर स्थितियों से निपटने के लिए राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) ने मंगलवार को मेला क्षेत्र में मोर्चा संभाल लिया। प्राधिकरण के उपाध्यक्ष योगेंद्र डिमरी ने मेला प्राधिकरण कार्यालय में जिला प्रशासन, पुलिस और मेला अफसरों के साथ विस्तृत समीक्षा बैठक की। 20 जिलों की आपदा इकाइयों के साथ टेबल टॉप एक्सरसाइज
जल्द ही प्रदेश के 20 जनपदों की आपदा प्रबंधन इकाइयों के साथ एक बड़ी टेबल टॉप एक्सरसाइज आयोजित की जाएगी। इसका उद्देश्य किसी भी संभावित केमिकल, न्यूक्लियर या बड़े पैमाने की भीड़ आपदा में विभागों की तत्काल प्रतिक्रिया एवं समन्वय क्षमता का परीक्षण करना है। मेले के शुरू होने से पहले वृहद मॉक ड्रिल
3 जनवरी से मेला शुरू होने से पहले ही एक वृहद मॉक ड्रिल मेला क्षेत्र में की जाएगी। इस ड्रिल में सभी विभाग हिस्सा लेंगे और मौके पर ही आपदा से निपटने की तैयारियों की वास्तविक परख होगी। पानी, बिजली, स्वास्थ्य, पुलिस, ट्रैफिक, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, अग्निशमन, रेलवे सहित लगभग दो दर्जन विभागों को इसकी जिम्मेदारी सौंपी गई है। बैठक में मौजूद रहे शीर्ष अधिकारी बैठक में पुलिस कमिश्नर जोगेंद्र कुमार, एडिशनल पुलिस कमिश्नर लॉ एंड ऑर्डर डॉ. अजयपाल शर्मा, मेलाधिकारी व पीडीए वीसी ऋषि राज, ममेत मेला पुलिस प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। स्वास्थ्य, जल निगम, विद्युत, संचार, नगर निगम, रेलवे, सेना और आपदा प्रबंधन से जुड़े अफसरों ने अपनी-अपनी तैयारियों की जानकारी दी। CBRN खतरे के लिए विशेष तैयारी श्रद्धालुओं की सुरक्षा है उद्देश्य
मेलाधिकारी ऋषि राज ने बताया कि लक्ष्य यही है कि माघ मेला क्षेत्र में लाखों श्रद्धालुओं की सुरक्षा किसी भी तरह की आपदा स्थिति में बिना समय गंवाए सुनिश्चित की जा सके।
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