माघ मेला 2026 में आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार शास्त्रीय, दार्शनिक और नई पीढ़ी में लोकप्रिय भक्ति संगीत सुनने का अवसर मिलेगा। इसी उद्देश्य से आज मंडलायुक्त सौम्या अग्रवाल की अध्यक्षता में मेला प्राधिकरण कार्यालय स्थित ICCC सभागार में सभी संबंधित विभागों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में लखनऊ से संस्कृति और पर्यटन विभाग के अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से शामिल हुए। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार माघ मेले के सांस्कृतिक कार्यक्रमों में युवाओं के बीच लोकप्रिय नए भक्ति कलाकारों को भी मंच दिया जाएगा। मंडलायुक्त ने संबंधित अधिकारियों को ऐसे कलाकारों की एक सूची तैयार करने के निर्देश दिए। ये कलाकार आधुनिक वाद्य यंत्रों के साथ भारतीय शास्त्रीय संगीत और लोक धुनों पर आधारित भक्ति संगीत प्रस्तुत करते हैं, जो युवाओं को विशेष रूप से आकर्षित करता है। हर वर्ष माघ मेले में एनसीजेडसीसी द्वारा लगभग 10 दिनों तक “चलो मन गंगा यमुना तीर” कार्यक्रम आयोजित किया जाता है, जिसमें देशभर के पारंपरिक भक्ति संगीत और नाट्य कलाकार भाग लेते हैं। इस वर्ष इस कार्यक्रम के साथ-साथ नए भक्ति संगीत कलाकारों को भी शामिल करने की योजना बनाई गई है। मुख्य स्नान पर्वों के आसपास जिन दिनों यातायात डायवर्जन लागू रहेगा, उन दिनों को छोड़कर लगभग 30 दिनों तक सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें से 12 दिन NCZCC द्वारा और शेष दिन संस्कृति विभाग द्वारा कार्यक्रम कराए जाएंगे। वहीं पर्यटन निगम द्वारा कलाग्राम का आयोजन किया जाएगा। बैठक में एनसीजेडसीसी के डायरेक्टर सुदेश शर्मा, लखनऊ से संस्कृति विभाग की सहायक निदेशक रेनू रंग भारती, उप मेलाधिकारी विवेक शुक्ला एवं अभिनव पाठक, क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अपराजिता सिंह सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक के बाद मंडलायुक्त ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए उपयुक्त मंच के चयन को लेकर परेड ग्राउंड स्थित सेक्टर-1 और अरैल स्थित सेक्टर-7 के विभिन्न स्थलों का निरीक्षण भी किया।
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