उत्तर प्रदेश में आगामी त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव से पहले मतदाता सूची के SIR कार्य में बड़े पैमाने पर अनियमितताओं का मामला सामने आया है। महोबा जनपद के कबरई ब्लॉक के बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) ने एकजुट होकर जिला निर्वाचन अधिकारी से इसकी शिकायत की है और कार्रवाई की मांग की है। बीएलओ का आरोप है कि SIR कार्य पूरा होने के बाद ब्लॉक स्तर पर सैकड़ों ग्रामीण मतदाताओं के नाम बिना उचित जानकारी और प्रक्रिया के मतदाता सूची से काट दिए गए। इससे ग्रामीणों में भारी आक्रोश है और वे सीधे बीएलओ को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। बीएलओ देवेश कुमार सहित अन्य ने बताया कि उन्हें बाद में शिक्षण कार्य के लिए गांव में ही रहना है, जिससे उन्हें ग्रामीणों के विरोध का भय सता रहा है। महोबा शहर के अंबेडकर पार्क में कबरई ब्लॉक के अधिकांश बीएलओ एकत्र हुए और अपनी समस्या साझा की। अनियमितता का आरोप बीएलओ निर्भय सिंह सेंगर सहित अन्य ने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव से पहले निर्वाचन नामावली की अनंतिम सूची 2025 के परिवर्धन-विलोपन में कबरई ब्लॉक स्तर पर गंभीर अनियमितताएं की गई हैं। बीएलओ ने बताया कि डुप्लीकेट मतदाता सूची में आधार संख्या उपलब्ध न होने की स्थिति में मतदाताओं के नाम विलोपित कर दिए गए, जबकि उन्हें पहले कभी यह स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए थे कि आधार संख्या अनिवार्य रूप से दर्ज करना आवश्यक है। इस प्रक्रिया में एक-एक ग्राम पंचायत से 200 से लेकर 800 तक मतदाताओं के नाम काट दिए गए हैं, जो चिंताजनक है। बीएलओ का कहना है कि इतनी बड़ी संख्या में प्रपत्र-2 भरकर संशोधन कराना एक बड़ी चुनौती है, खासकर तब जब समय बहुत सीमित है। इसके अलावा, बीएलओ द्वारा उपलब्ध कराई गई परिवर्तन सूचियों के सभी नामों में सुधार भी नहीं किया गया, जिससे गांवों में बीएलओ की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
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