महोबा जिले के दिसरापुर गांव के ग्रामीणों ने बुधवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा। ग्रामीणों ने प्राथमिक विद्यालय दिसरापुर से विश्वकर्मा खोड़ा तक बन रही चकरोड के निर्माण में अनियमितता का आरोप लगाया है। उनके अनुसार, लेखपाल द्वारा की गई पैमाइश में चकरोड की चौड़ाई 13 फुट दर्ज है, लेकिन निर्माणाधीन आरसीसी सड़क नाली सहित केवल 10 फुट चौड़ी बनाई जा रही है। इस पर ग्रामीणों में नाराजगी है। ग्रामीणों ने बताया कि यह रास्ता गांव का प्रमुख मार्ग है। प्रतिदिन छात्र इसी मार्ग से विद्यालय जाते हैं, और ग्रामीण खेती-किसानी व अन्य कार्यों के लिए इसका उपयोग करते हैं। वर्षों से कच्चा होने के कारण बरसात में यह मार्ग पूरी तरह कीचड़युक्त हो जाता है, जिससे वाहन फिसलते हैं और राहगीर गिरकर घायल हो जाते हैं। 4 तस्वीरें देखिए… ग्रामीणों का आरोप है कि प्रभावशाली काश्तकारों ने चकरोड की भूमि पर जुताई कर कब्जा कर लिया है, जिससे मार्ग पहले ही संकरा हो चुका है। उनका कहना है कि निर्माण कार्य में मानकों की अनदेखी गांववासियों के लिए एक स्थायी समस्या बन जाएगी। ग्रामीणों ने मामले की जांच कराते हुए पैमाइश के अनुरूप पूरी 13 फुट चौड़ाई में नाली सहित आरसीसी सड़क बनाने की मांग की है। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि सड़क निर्धारित चौड़ाई में नहीं बनी, तो भविष्य में आवागमन में कठिनाई बनी रहेगी और सरकारी धन का उद्देश्य पूरा नहीं होगा। ज्ञापन सौंपने वालों में बलराम, कामता प्रसाद, वीरेंद्र, जवाहरलाल, खुमान, राधेश्याम, नंदराम, श्याम, शिवप्रसाद, रोहित, धर्मेंद्र और बृजेंद्र सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण शामिल थे। ग्रामीणों ने प्रशासन से मामले की गंभीरता से जांच कर नियमानुसार कार्य पूरा कराने की उम्मीद जताई है।
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