झांसी रेंज के आईजी आकाश कुलहरि दो दिवसीय दौरे पर जालौन पहुंचे। दौरे के दूसरे दिन उन्होंने उरई कोतवाली का गहन निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कोतवाली परिसर में अव्यवस्थाएं पाए जाने पर आईजी का पारा चढ़ गया। उन्होंने मौके पर ही अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए। वहीं आईजी आकाश कुलहरि ने बलवा ड्रिल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आयोजित जनता दरबार में एक महिला फरियादी ने कोतवाली में तैनात उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह पर वॉट्सऐप के माध्यम से अश्लील संदेश भेजने का गंभीर आरोप लगाया। महिला ने आईजी को इस संबंध में साक्ष्य भी प्रस्तुत किए। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने दरोगा नरेंद्र सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया। आईजी आकाश कुलहरि ने निरीक्षण के दौरान यह भी पाया कि ट्रांसफर होने के बावजूद 3 पुलिसकर्मी सरकारी आवासों पर अवैध रूप से कब्जा किए हुए हैं। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए आईजी ने तीनों पुलिसकर्मियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नियमों का उल्लंघन किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सभी को तत्काल सरकारी आवास खाली करना होगा। निरीक्षण के दौरान परेड के समय एक दरोगा द्वारा गलत तरीके से सलामी देने का मामला भी सामने आया। इस पर आईजी ने परेड रुकवाकर स्वयं दरोगा को सही ढंग से सलामी देने का प्रशिक्षण दिया। उन्होंने हाथ की स्थिति, शरीर की मुद्रा और अनुशासन के महत्व को समझाया। इस दौरान का वीडियो सामने आया है। इसके बाद आईजी ने उरई कोतवाली परिसर में जनता दरबार आयोजित कर आम लोगों की समस्याएं सुनीं। उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को निर्देश दिए कि फरियादियों से संवेदनशील और सम्मानजनक व्यवहार किया जाए। साथ ही शिकायतों का त्वरित, निष्पक्ष और गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। आईजी आकाश कुलहरि ने कहा कि पुलिस की प्राथमिक जिम्मेदारी जनता को सुरक्षा और न्याय दिलाना है। कार्यशैली में अनुशासन, पारदर्शिता और जवाबदेही अनिवार्य है। किसी भी स्तर पर लापरवाही पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। आईजी के इस सख्त निरीक्षण और त्वरित कार्रवाइयों से पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। बलवा ड्रिल का आईजी ने किया निरीक्षण आईजी आकाश कुलहरि ने जालौन के उरई पुलिस लाइन में बलवा ड्रिल का निरीक्षण किया। निरीक्षण का उद्देश्य शांति एवं कानून व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाना तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल की तैयारियों का आकलन करना रहा। पुलिस अधीक्षक डॉ. दुर्गेश कुमार की मौजूदगी में दंगा नियंत्रण उपकरणों से लैस पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों ने बलवा ड्रिल में हिस्सा लिया। अभ्यास के दौरान पुलिसकर्मियों ने दंगा, बलवा और भीड़ नियंत्रण जैसी परिस्थितियों से निपटने की रणनीति का प्रदर्शन किया। ड्रिल में हेलमेट, ढाल, लाठी, बॉडी प्रोटेक्टर सहित अन्य दंगा नियंत्रण उपकरणों का प्रभावी ढंग से उपयोग किया गया। अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह तैयार आईजी आकाश कुलहरि ने ड्रिल का बारीकी से निरीक्षण करते हुए पुलिस बल की तत्परता, टीमवर्क और अनुशासन की सराहना की। उन्होंने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में शांति व्यवस्था बनाए रखना पुलिस की सर्वोच्च प्राथमिकता है। किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए पुलिस का मानसिक और शारीरिक रूप से पूरी तरह तैयार रहना बेहद जरूरी है। आईजी ने अधिकारियों को नियमित रूप से ऐसे अभ्यास कराने के निर्देश दिए, ताकि आपात स्थिति में पुलिस बल प्रभावी और संतुलित कार्रवाई कर सके। उन्होंने यह भी कहा कि दंगा नियंत्रण के दौरान संयम, अनुशासन और कानून के दायरे में रहकर कार्रवाई करना अत्यंत आवश्यक है। आम नागरिकों की सुरक्षा पुलिस की पहली जिम्मेदारी है।
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