मथुरा के फरह में एक प्रसूता की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) से रेफर किए जाने के बाद रास्ते में मौत हो गई। इस दुखद घटना में गर्भस्थ शिशु को भी नहीं बचाया जा सका। घटना के बाद परिवार और गांव में मातम पसर गया है। जानकारी के अनुसार, फरह थाना क्षेत्र के गांव सलेमपुर निवासी छोटू की 27 वर्षीय पत्नी आरती को शनिवार शाम करीब 8 बजे प्रसव पीड़ा होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फरह में भर्ती कराया गया था। परिजनों ने बताया कि डॉक्टरों ने सुबह तक सामान्य प्रसव होने की बात कही थी और स्थिति को सामान्य बताया था। देर रात आरती की तबीयत अचानक बिगड़ गई। उनका रक्तचाप (ब्लड प्रेशर) तेजी से गिर गया, जिससे उनकी हालत गंभीर हो गई। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए चिकित्सकों ने आरती को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से रेफर कर दिया। परिजन इसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने हालत अत्यंत नाजुक बताते हुए आगरा या दिल्ली के लिए रेफर करने की सलाह दी। बेहतर इलाज के लिए बाहर ले जाते समय रास्ते में ही आरती की हालत और बिगड़ गई और उन्होंने दम तोड़ दिया। मां की मौत के साथ ही गर्भस्थ शिशु की भी मृत्यु हो गई। परिजनों ने बताया कि आरती का यह दूसरा बच्चा था। उनकी शादी करीब चार साल पहले हुई थी और उनका एक ढाई साल का बेटा पहले से है। इस असमय मौत से मासूम बच्चे के सिर से मां का साया उठ गया है। घटना के बाद अस्पतालों में कुछ देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल रहा। हालांकि, परिजनों ने किसी भी अस्पताल या चिकित्सक पर कोई आरोप नहीं लगाया है। गांव सलेमपुर में इस घटना के बाद गहरा मातम पसरा हुआ है और परिजन सदमे में हैं।
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