मथुरा के कलेक्ट्रेट परिसर में बने वकीलों के चैंबर को शनिवार देर रात प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर ध्वस्त कर दिया। रविवार दोपहर जैसे ही इस कार्रवाई की जानकारी वकीलों को हुई, बड़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंच गए। वकीलों का कहना है कि प्रशासन ने बिना कोई नोटिस दिए उनके चैंबर तोड़े हैं। इस कार्रवाई के विरोध में सोमवार को बड़ा आंदोलन किया जाएगा। विस्तार से पढ़िए पूरा मामला…. 100 से ज्यादा तोड़े गए चैंबर मथुरा कलेक्ट्रेट परिसर में चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के पास करीब 100 से अधिक वकीलों के चैंबर बने हुए थे। यहां अधिवक्ता बैठकर अपने विधिक कार्य करते थे। शनिवार देर रात प्रशासन ने बुलडोजर चलाकर इन चैंबरों को ध्वस्त कर दिया। रविवार दोपहर एक वकील किसी काम से उधर से गुजरे तो उन्होंने चैंबरों को धराशायी देखा। इसके बाद उन्होंने इसकी जानकारी अन्य वकीलों को दी। चैंबर टूटने की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंच गए। वकीलों ने आरोप लगाया कि सभी चैंबर प्रशासन ने तोड़ें हैं। चैंबर हटाने से पहले न तो कोई सूचना दी गई और न ही कोई नोटिस दिया गया। यह कार्रवाई शनिवार आधी रात को इसलिए की गई, क्योंकि रविवार को छुट्टी रहती है। जिससे किसी को जानकारी न हो सके। वकीलों के मुताबिक, इन चैंबरों में करीब 400 अधिवक्ता बैठकर काम किया करते थे। बार ने कहा प्रशासन दे जवाब
बार एसोसिएशन के सचिव शिवकुमार लवानिया ने कहा-यदि प्रशासन को यह कार्रवाई करनी थी तो पहले सूचना दी जाती। साथ ही बार एसोसिएशन से बातचीत की जाती। यह पूरी कार्रवाई बिना बताए की गई है। कार्रवाई के दौरान वकीलों की पत्रावलियां गायब हो गई हैं। उनके लैपटॉप, पंखे, कुर्सियां और अन्य सामान भी नहीं मिले हैं। इस कार्रवाई का हम विरोध करेंगे। सोमवार को हड़ताल पर रहेंगे। उन्होंने आगे कहा-चैंबर तोड़े जाने की घटना से वकील आक्रोशित हैं। सोमवार को वे हड़ताल पर रहेंगे और सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय पर धरना दिया जाएगा। सोमवार को रहेंगे हड़ताल पर एडवोकेट शमशेर सिंह शेरा ने कहा-यह सिटी मजिस्ट्रेट की तानाशाही है। रात के अंधेरे में चैंबर तोड़े गए हैं। इसके खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। इस मामले को लेकर वकीलों में बार एसोसिएशन के खिलाफ भी नाराजगी देखने को मिली। एक अधिवक्ता ने कहा-हम किसी को वोट नहीं देंगे। अल्टीमेटम 15 दिन या 7 दिन का दिया जाता रहा, लेकिन आज तक हमें कोई नोटिस नहीं दिया गया। ————————– ये भी पढ़ें- मां की अस्थियां लेकर जा रहे 3 बेटों की मौत:बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर स्लीपर बस से टकराई बोलेरो, भतीजे की भी जान गई हमीरपुर में मां की अस्थियां विसर्जित करने जा रहे 3 बेटे समेत 4 की मौत हो गई। इनमें एक भतीजा है। परिवार के 3 लोग घायल हैं। मां की 7 दिसंबर को कैंसर के चलते मौत हुई थी। रविवार सुबह परिवार महोबा से बोलेरो में अस्थियां लेकर प्रयागराज संगम जा रहा था। बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे पर कोहरे के चलते स्लीपर बस ने बोलेरो को पीछे से टक्कर मार दी। हादसा इतना भीषण था कि एक युवक का चेहरा पूरी तरह पिस गया। लाश देखकर चचेरा भाई कांप गया। वह पास बैठकर रोता रहा। पढ़िए पूरी खबर…
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