पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट बेंच की मांग को लेकर बुधवार को बड़ा आंदोलन हुआ। मेरठ सहित 22 जिलों में पूर्णबंदी रखी गई। वकीलों से लेकर आम जनमानस, व्यापारी सड़कों पर उतर आए। हर किसी ने एक आवाज में कहा कि मेरठ मांगें हाईकोर्ट बेंच। लोगों ने कहा कि जैसे कोर्ट में न्याय पाने के लिए आम आदमी को तारीख पर तारीख मिलती है। उसकी सुनवाई लंबित रहती है उसी तरह बेंच की मांग लंबित है। इसमें केवल वादे मिल रहे हैं। सस्ता न्याय जनता से दूर है। इस बंद को विपक्ष के सभी दलों ने अपना समर्थन दिया। सपा से विधायक अतुल प्रधान, पूर्व मंत्री और विधायक शाहिद मंजूर, विधायक रफीक अंसारी, कांग्रेस जिलाध्यक्ष रंजन शर्मा, बसपा के जिलाध्यक्ष, मंडल कोर्डिनेटर सहित आजाद समाज पार्टी और एआईएमआईएम के नेता आंदोलन में पहुंचे अपनी बात रखी। दैनिक भास्कर ने सभी दलों के नेताओं से उनसे हाईकोर्ट बेंच के मुद़दे पर उनका मत जाना.. सपा विधायक रफीक अंसारी बोले भाजपा नेता ही सुस्त सपा विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि ये तो उनसे पूछिए जिनको पश्चिमी यूपी में हाईकोर्ट बेंच देना है। हम लोग तो विपक्ष में हैं। यूपी में और केंद्र में तो बीजेपी की सरकार है और भाजपा यहां सबसे मजबूत स्थिति में हैं। अगर भाजपा के नेता चाहते तो यहां कबका बेंच मिल जाती। सबसे ज्यादा एमपी,एमएएलए भाजपा के हैं। प्रधान, जिलापंचायत अध्यक्ष सब भाजपा के जीते हैं। लेकिन वेस्ट यूपी की अपेक्षा की जा रही है। ये अन्याय है। हम मांग करते हैं कि मेरठ को हाईकोर्ट बेंच मिलना चाहिए। ये वकीलों की नहीं जनता की मांग है। वहां हाईकोर्ट में लुटाई होती है न्याय नहीं मिलता। जनता को आने-जाने में दिक्कत होती है हमारी पूरी ताकत से मांग है कि वेस्ट यूपी के मेरठ में हाईकोर्ट बेंच मिलना चाहिए। सरकारों की मंशा में खोट है बोले शाहिद मंजूर सपा से किठौर सीट से विधायक, पूर्व मंत्री एडवोकेट शाहिद मंजूर ने कहा कि बेहद सफल बंद है। जनता का इस आंदोलन से जुड़ना बहुत जरुरी है। जनता जुड़ेगी तो हमें इस आंदोलन में सफलता मिलेगी। बार के बंटवारे की बात है। वेस्ट यूपी में बेंच बनने से जो पूर्वांचल के जो लोग प्रभावित हो रहे हैं वो नहीं चाहते कि यहां बेंच मिले। अगर यहां बेंच मिल जाएगी तो यहां लोगों को सस्ता न्याय मिलना शुरू हो जाएगा, पूर्वांचल के जो लोग इससे इफेक्ट हो रहें, उन लोगों की क्लाइंटेज खत्म हो जाएगी इसलिए वो नहीं चाहते कि यहां बेंच बने। मैं जो लोगों का दर्द देखता हूं ये दर्द वो है। हम लोग वहां प्रयागराज जाकर देखते हैं कि लोग न्याय के लिए भटक रहे हैं। क्लाइंट को पता ही नहीं चलता कि उसका मुकदमा खत्म हो चुका है लेकिन उसे बताया नहीं जाता क्लाइंट भटकता रहता है। दूसरे देशों की राजधानियों से भी दूर पश्चिमी यूपी के लोगों के लिए न्याय पाना है। बेंच दी भी जा रही है लेकिन वेस्ट यूपी के लोगों को जानबूझकर ये बेंच नहीं दी जा रही। अगर किसी मुल्क में सरकार चाह ले तो क्या नहीं करा सकती। जिसको न्याय की दरकार है वो अदालत तक ही न पहुंच पाए तो न्याय कहां रह गया। सरकार चाहे तो जरुर बेंच मिलेगी अतुल प्रधान ने कहा कि आज वकीलों के आंदोलन को जनांदोलन बनाया गया है। पूरा मेरठ बंद है। लेकिन इस तरह की बंदी पहले भी रही है। लेकिन आज का बंद केवल मेरठ के लिए नहीं बल्कि पूरे पश्चिमी यूपी के लिए ऐतिहासिक दिन हैं। क्योंकि जब लोग परेशानी झेलते हैं मेरा भी विधायक के रूप में एक मुकद्दम वाहन चल रह आहे, उसके लिए मुझे 50 बार वाहन जाना पड़ा, मुझे तो वहां रुकने की, आने जाने और गाड़ी की भी दिक्कत नहीं है। लेकिन फिर भी में परेशान होता हूं अगर यही व्यवस्था यहीं पर हो तो लोगों की गाड़ी कमाई का पैसा इस परेशानी में खर्च नहीं होगा।
अतुल ने कहा में गोरखपुर का रहने वाला या चंदौली,प्रयागराज,गोंडा,बस्ती का थाने वाला नहीं हूं मुझे मेरठ के लोगों ने विधायक बनाया है। चुनना पड़े तो पहले नम्बर पर देश इसके बाद में मेरठ को ही चुनूंगा।
कहा ये बेंच किसान,मज़दूर आम जनता का अधिकार ही। मैं कहूंगा जिन दलों की आज सरकार है जिनके पास सरकारी हक हैं उनका साथ जनता को नहीं मिल रहा। ना सेंट्रल मार्केट न ही हाइकोर्ट बेंच जनता को मिल रहा है। सरकार नियम बनाए तो सेंट्रल मार्केट भी बचेगी और बेंच भी मिलेगी।
कहा मैने सदन में लक्ष्मीकांत वाजपेई को बोलते देखा में भी बोलकर आया लेकिन हम मांग सरकार से कर सकते हैं। मेरठ की जरुरत है हाईकोर्ट बेंच सपा नेता और युवा अधिवक्ता हैविन खान ने कहा कि मेरठ से इलाहाबाद की दूरी 700 किमी की है। आम जनता को न्याय के लिए इतनी दूर जाना पड़ता है। आज का बंद बेहद सार्थक बंद है। मेरठ में बेंच की मांग हमारी एक जरुरी मांग है इस पर सरकार को ध्यान देना चाहिए, इसका संज्ञान लेना चाहिए मेरठ को हाईकोर्ट बेंच देना चाहिए। बसपा शुरू से इस आंदोलन के साथ है मेरठ बसपा के मंडल कोर्डिनेटर जगरुप सिंह ने कहा कि बसपा पहले भी आंदोलन के साथ थी आज भी आंदोन के साथ खड़ी है। जब तक हाईकोर्ट बेंच नहीं मिल जाती है। हम तब तक आंदोलन करते रहेंगे। बसपा हमेशा जनता के साथ थी और रहेगी। यूपी और केंद्र दोनों में भाजपा की सरकार है। बहनजी ने पहले भी इस मांग को उठाया था पहले भी वो इस आंदोलन में साथ थी। भाजपा नेताओं की कमी के कारण ही बेंच यहां नहीं आ रही है। कांग्रेस जिलाध्यक्ष बोले सरकार की मंशा ही गलत कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रंजन शर्मा ने कहा कि लंबे समय से हमारे वकील, जनता हाईकोर्ट बेंच की मांग कर रहे हैं। लेकिन न्याय की तरह ये बेंच भी लंबित हो गई है। इसकी मंशा के पीछे जो आने वी सरकार है ये उनकी सोच, समझ है। हमारे यहां से लाहौर हाईकोर्ट नजदीक है लेकिन यूपी की हाईकोर्ट मेरठ से 700 किमी दूर है। सरकार को इससे चेतना चाहिए और मेरठ में हाईकोर्ट बेंच देना चाहिए। अब या तो सरकार बेंच दे या वोट से उनका बाइकाट हो। मुस्लिमों ने भी अपना पूरा समर्थन दिया है एआईएमआईएम के जिलाध्यक्ष फहीम चौधरी ने कहा कि मुस्लिम इलाकों में कभी बंद का असर नहीं रहा, सारे जतन फेल हो जाते हैं। लेकिन आज हर संगठन ने अपना सहयोग दिया है। मुस्लिम इलाकों में भी बंद का पूरा असर है। जनता ने आज इस आंदोलन में अपना पूरा साथ दिया है ये मांग बहुत वाजिब मांग है और बेंच जरुर मिलना चाहिए।
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