भदोही के गोपीगंज में प्रभु यीशु मसीह का जन्मोत्सव (क्रिसमस डे) धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर गोपीगंज स्थित मिशन कंपाउंड चर्च में रात भर जश्न का माहौल रहा। केक काटकर खुशी मनाई गई और विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन किया गया। मसीही समुदाय के लोगों के साथ-साथ नगर के बड़ी संख्या में युवक-युवतियों ने चर्च में प्रभु यीशु मसीह के सामने शीश झुकाया। गुरुवार सुबह पड़ाव स्थित चर्च में फादर रेव प्रवीन सूर्यांश ने विशेष प्रार्थना सभा का नेतृत्व किया। दिन भर विभिन्न समुदायों के बड़े-बुजुर्गों, बच्चों और युवाओं ने चर्च में मोमबत्तियां जलाईं और जश्न में शामिल होकर खुशियां मनाईं। नगर पालिका द्वारा चर्च परिसर की विशेष साफ-सफाई भी कराई गई थी। रेव प्रवीन सूर्यांश ने अपने संबोधन में कहा कि लगभग दो हजार वर्ष पहले प्रभु यीशु का जन्म तब हुआ था, जब मनुष्य पापों में डूबे हुए थे। उन्होंने बताया कि परमेश्वर ने संसार से इतना प्रेम किया कि उसने अपना इकलौता पुत्र दे दिया। फादर ने कहा कि ईसाइयों के दो मुख्य त्योहार होते हैं – क्रिसमस और ईस्टर, जिनमें क्रिसमस प्रेम का संदेश देता है और मानव जाति के उद्धार के लिए परमेश्वर की पहल को दर्शाता है। प्रवीन ने शांति और सद्भावना को ईसाई धर्म के बुनियादी आदर्श बताया। उन्होंने दूसरों की गलतियों को माफ करने को एक महत्वपूर्ण सिद्धांत कहा। उन्होंने लोगों से एक अच्छा इंसान बनने, जीवन को उज्ज्वल बनाने, परिवार को सही मार्ग पर ले जाने, बच्चों को सही शिक्षा देने और बड़े-बुजुर्गों का आदर करने का आग्रह किया। उन्होंने यह भी कहा कि ईसा मसीह का जन्म पृथ्वी को पापियों से मुक्ति दिलाने के लिए हुआ था। इस अवसर पर मसीही समुदाय के वंदना फ्रांसिस, विशाल मैथ्यू, अतुल डेनियल, प्रीतू डेनियल, सुशील डेनियल, एडमिन मसीह और विनय मैथ्यू सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
https://ift.tt/3uhvAMO
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply