DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

भगवान रंगनाथ के दर्शन मिलने पर फूट-फूटकर रोया भक्त, VIDEO:मथुरा में बैकुंठ द्वार से निकले श्रद्धालु, इतनी भीड़ कि पैर रखने की जगह नहीं

मथुरा के भगवान रंगनाथ मंदिर के बैकुंठ द्वार साल में पहली बार खोले गए। जैसे ही कपाट खुले, भक्त भगवान के दर्शन कर हाथ जोड़कर रोने लगे। भीड़ इतनी थी कि मंदिर परिसर में पैर रखने की जगह नहीं बची। पूरी रात भक्त द्वार खुलने का इंतजार करते रहे और भजन गाते रहे। सोमवार देर रात भगवान रंगनाथ की मंगला आरती हुई। इसके बाद सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भगवान रंगनाथ माता गोदाजी के साथ पालकी में विराजमान होकर बैकुंठ द्वार पहुंचे। यहां भगवान रंगनाथ की पालकी करीब आधा घंटे तक द्वार पर खड़ी रही और भक्तों ने दर्शन किए। इस दौरान वाद्य यंत्रों की मधुर ध्वनि और जयकारों से पूरा मंदिर गूंजता रहा। बैकुंठ द्वार की 10 क्विंटल फूलों से सजावट की गई। फूल वृंदावन, दिल्ली और बेंगलुरु से मंगाए गए। लाइटिंग इस तरह की गई थी मानो भगवान बैकुंठ धाम में विराजमान हों। माना जाता है कि बैकुंठ एकादशी पर जो भी भक्त बैकुंठ द्वार से निकलता है, उसे बैकुंठ धाम की प्राप्ति होती है। द्वार खुलने के पीछे मान्यता है कि दक्षिण भारत के आलवार संतों ने भगवान नारायण से जीवात्मा के उनके निज बैकुंठ जाने के रास्ते के बारे में पूछा, जिस पर भगवान ने बैकुंठ एकादशी के दिन बैकुंठ द्वार से निकलने की लीला दिखाई। यह परंपरा रंगनाथ मंदिर में पारंपरिक नियमानुसार मनाई जा रही है। बैकुंठ एकादशी के दिन द्वार खोला जाता है और भगवान रंगनाथ भक्तों को दर्शन देते हैं। 5 तस्वीरें देखिए भगवान की आधे घंटे तक पूजा, नजर उतारी गई बैकुंठ द्वार को लेकर पुजारियों ने क्या बताया, जानिए —————— ये खबर भी पढ़ें… कानपुर IIT के बीटेक छात्र ने सुसाइड किया:हाथ की नसें काटीं, फिर फंदे पर लटका, नोट में लिखा- Sorry Everyone.. कानपुर आईआईटी में बीटेक स्टूडेंट ने सुसाइड कर लिया। उसने पहले हाथ की नसें काटीं, फिर हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटक गया। पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें लिखा था Sorry Everyone…। पढ़ें पूरी खबर…


https://ift.tt/ekjn1tq

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *