इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के आंदोलन के करीब 35 घंटे बाद उनकी जीत हुई। निलंबित छात्रों का निलंबन वापस किया गया। इसके बाद छात्रों ने कैंपस में विजय जुलूस निकाला। दरअसल, मंगलवार को ही 5-6 छात्र भूख हड़ताल पर बैठ गए थे इसके बाद विश्वविद्यालय प्रशासन को बैकफुट पर आना पड़ा। रात करीब 9 बजे एडीएम सिटी सत्यम मिश्रा, विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो. एनके शुक्ला, रजिस्ट्रार प्रो. आशीष कुमार खरे व एसीपी मौके पर छात्रों के बीच पहुंचे थे। निलंबित छात्र संजय, निधि, सौम्या व चंद्रप्रकाश के निलंबन वापस लिए जाने का आश्वासन दिया गया। दिशा छात्र संगठन की अगुवाई में चल रहे इस आंदोलन में तेजी तब आ गई था जब देर रात आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह पहुंच थे। उन्होंने छात्रों की आवाज को सदन में उठाने का भरोसा भी दिलाया था। जानिए, क्या है पूरा मामला
फैज अहमद फैज की स्मृति दिवस पर दिशा छात्र संगठन के कार्यकर्ता विश्वविद्यालय कैंपस में एक कविता पाठ आयोजित कराना चाहते थे। इसके लिए वह विश्वविद्यालय के चीफ प्रॉक्टर आफिस में गए थे अनुमति के लिए। वहीं पर कुछ विवाद हुआ था। छात्रों ने आरोप लगाया कि वहां पर चीफ प्राॅक्टर प्रो. राकेश सिंह और सहायक चीफ प्रॉक्टर अतुल नारायण सिंह ने उनके साथ बदमीजी की और गाली गलौच किया। इसके बाद तीन छात्र निधि, सौम्या और संजय का निलंबन किया गया। बस इसी बात को लेकर दिशा छात्र संगठन की अगुवाई में आंदोलन चल रहा है। आंदोलित छात्रों का कहना है कि निलंबित छात्रों का निलंबन वापस लिया जाए और चीफ प्राॅक्टर को हटाया जाए। 24 नवंबर से छात्र विश्वविद्यालय गेट पर बड़ा आंदोलन शुरू कर दिए हैं।
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