कैसरगंज से पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने वंदे मातरम् को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर किए गए हमलों पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा- जब भी पुरानी बातें उठेंगी, नेहरू का नाम आएगा। संविधान की चर्चा होगी तो इंदिरा गांधी का नाम सामने आएगा और देश में कोई बड़ी घटना होगी तो उनके बिना चर्चा पूरी नहीं होगी। राहुल गांधी गंभीर नहीं हैं। उनको कोई सुनना नहीं चाहता है। ऐसा लगता है कि कांग्रेस को राहुल गांधी ही खत्म कर देंगे। पूर्व सांसद ने गिफ्ट में मिले डेढ़ करोड़ के घोड़े के बारे में भी बताया। कहा कि हमें कई बिहार के बाहुबली नेता अनंत सिंह भी घोड़ा देना चाहते हैं। पूर्व सांसद के बयानों की बड़ी बातें पढ़िए मीडिया सवाल पूछ पूछकर राहुल काे जिंदा रखे है बिहार चुनाव में कांग्रेस की हार पर पूर्व सांसद ने कहा- रामलीला मैदान में भी पीएम मोदी की कब्र को लेकर नारे लगे, लेकिन राहुल गांधी इससे कोई सबक नहीं ले रहे। बिहार में कांग्रेस को जो बड़ा सबक मिला, उससे सीखने की जरूरत है। अगर राहुल गांधी नहीं सीखते तो यह कांग्रेस का दुर्भाग्य है। कांग्रेस के डीएनए में सत्य और भाजपा के डीएनए में असत्य वाले बयान पर बृजभूषण ने कहा कि राहुल गांधी की बात कोई सुनता ही नहीं है। आप लोग सवाल पूछ-पूछकर उन्हें जिंदा रखे हुए हैं, वर्ना देश की जनता उन्हें सुनना नहीं चाहती। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा – राहुल गांधी और ममता बनर्जी जो कहें, वही उन्हें सही लगता है। SIR कोई मुद्दा ही नहीं SIR को लेकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का बयान आया है कि यूपी में करीब 4 करोड़ नाम घटे हैं। यह कोई मुद्दा ही नहीं है। मेरे गांव के कई लोग दिल्ली, मुंबई और लुधियाना में रहकर वहां के मतदाता हैं और यहां भी मतदाता बने हुए थे। डबल मतदाता वाले नाम कट रहे हैं, इसे हिंदू-मुस्लिम के नजरिए से नहीं देखना चाहिए। सीएम योगी ने भी कहा है कि कटे नामों में हिंदुओं की संख्या ज्यादा है। जो घोड़ा गिफ्ट मिला वो 17 लाख इनाम जीत चुका बृजभूषण शरण सिंह ने उनको गिफ्ट में मिले डेढ़ करोड़ रुपए के घोड़े के बारे में बताया – पंजाब के बड़े फार्मर तेजवीर बराड़ ने मेरे जन्मदिन पर यह घोड़ा गिफ्ट किया है। तेजवीर उनके सांसद बेटे करण के मित्र हैं। इस घोड़े की पूरी कुंडली बनी है। जैसे पिता कौन है, माता कौन है। जैसे हिंदू समाज में कुंडली बनती है, वैसे ही घोड़े की भी कुंडली बनती है। यह घोड़ा हाल ही में एक बड़ी रेस जीत चुका है, जिसमें 17 लाख रुपए का इनाम मिला था। ऐसे घोड़ों की कीमत तय नहीं होती, यह डेढ़ करोड़ से लेकर दो-ढाई करोड़ तक भी हो सकती है। यह रेस वाला घोड़ा है, हालांकि यहां रेस नहीं होती, फिर भी यह सम्मान की बात है। घोड़े की खासियत करण बेहतर तरीके से बता सकते हैं। ये मेरे अस्तबल का सबसे महंगा घोड़ा बृजभूषण ने बताया – इस घोड़े का पासपोर्ट भी है। यह अब तक उनके अस्तबल में आया सबसे महंगा घोड़ा है। मेरे पास पहले से मारवाड़ी नस्ल के घोड़े हैं, जिनकी कीमत अपेक्षाकृत कम होती है। अभी तो कई लोग घोड़ा देने की वेटिंग में हैं। हम इतने घोड़ों को कैसे खिलाएंगे हरियाणा के रवि चौहान के पास करीब 300 घोड़े हैं और बिहार के अनंत सिंह भी घोड़ा गिफ्ट करना चाहते हैं। हमने कहा है कि हम इतने घोड़ों का क्या करेंगे। कहां इनको हम खिलाएंगे। पिछले साल भी हरियाणा से एक घोड़ा मुझे गिफ्ट में मिला था, उसको देख करके वह भी देना चाहते थे। घोड़ा रखना एक शौक है और इनकी कीमत ढाई करोड़ से शुरू होकर काफी आगे तक जाती है।
https://ift.tt/MY7aB4k
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply