जिलाधिकारी श्रुति ने गन्ना पेराई सत्र के दौरान किसानों को गन्ने की तोल और भुगतान संबंधी समस्याओं से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। इस बैठक में सभी उप जिलाधिकारी, गन्ना विभाग और बांट माप विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। बैठक में उप जिलाधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने तहसील क्षेत्र के गन्ना क्रय केंद्रों पर राजस्व और गन्ना विभाग की संयुक्त टीमें गठित कर घटतौली की जांच करें। घटतौली पाए जाने पर तत्काल नियमानुसार कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। इसके अतिरिक्त, प्रत्येक उप जिलाधिकारी को अपने क्षेत्र के 10 प्रतिशत क्रय केंद्रों का स्वयं निरीक्षण करने का आदेश दिया गया। बांट माप अधिकारी को सभी क्रय केंद्रों पर कांटों की जांच कर उनकी सटीकता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ पाए जाने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता बनाए रखने और किसानों को इसकी जानकारी देने पर भी जोर दिया गया। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि सभी गन्ना क्रय केंद्र समय पर खोले जाएं और गन्ने की तोल केवल तोल लिपिकों की उपस्थिति में ही की जाए। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि जब तक सभी किसानों के गन्ने की तोल पूरी न हो जाए, तब तक कोई भी केंद्र बंद न हो। पूरे गन्ना पेराई सीजन के दौरान, गठित टीमें प्रतिदिन केंद्रों का निरीक्षण कर सही तोल सुनिश्चित करेंगी। कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं से बचाव के लिए सभी चीनी मिलों को निर्देश दिए गए कि वे मिल पर आने वाले किसानों के वाहनों पर रिफ्लेक्टर लगवाएं। किसानों से भी अपील की गई है कि वे अपने वाहनों पर रिफ्लेक्टर अवश्य लगाएं। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी प्रशासन प्रमोद कुमार पांडेय, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अभिषेक सिंह और जिला गन्ना अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।
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