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बिधूना में डेढ़ साल के बच्चे की मौत:मां ने पिलाया था बेटों को कफ सिरप, छोटा लड़का अस्पताल में भर्ती

औरैया में बिधूना के थाना सहार क्षेत्र के गांव पटना बेला निवासी राधेश्याम के पोते रोहन (18 माह) की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई, जबकि उसका छोटा भाई सोहन (7 माह) बीमार होने के बाद स्वस्थ है। परिजनों ने शुरू में पोस्टमॉर्टम कराने से मना कर दिया था, लेकिन पुलिस के समझाने पर लगभग 12 घंटे बाद शनिवार को शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। आशंका है कि बच्चों को पिलाए गए कफ सिरप के कारण यह घटना हुई। बीमारी के बाद पिलाया था कफ सिरप राधेश्याम के चौथे नंबर के बेटे सचिन उर्फ रिंकू अपनी पत्नी नेहा और दो बच्चों रोहन (18 माह) व सोहन (7 माह) के साथ हरियाणा के होडल (पलवल) में रहते हैं। 2 दिसंबर को वह छोटे बेटे सोहन का मुंडन संस्कार कराने के लिए परिवार के साथ गांव आए थे। मुंडन के बाद 4 दिसंबर को परिवार पास के गांव कहारन पुर्वा, बरौनाकलां स्थित मौसी के घर गया था। शुक्रवार को जब दोनों बच्चों को खांसी-जुकाम हुआ, तो मां नेहा ने मौसी के घर रखे कफ सिरप में से बड़े बेटे रोहन को 5 एमएल और छोटे बेटे सोहन को 2.5 एमएल दवा दी। इसके बाद बच्चों को दूध पिलाकर सुला दिया गया। बड़े बेटे में नहीं दिखी हरकत, अस्पताल में मृत घोषित दोपहर बाद तक बच्चों में कोई शारीरिक हलचल न दिखने पर मां नेहा चिंतित हुई। परिजनों ने बच्चों को हिलाया-डुलाया, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। आनन-फानन में बच्चों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिधूना ले जाया गया। वहां डॉक्टर ने बड़े बच्चे रोहन को मृत घोषित कर दिया, जबकि छोटे बेटे सोहन को रिम्स सैंफई के लिए रेफर कर दिया गया। सचिन ने बताया कि उनका छोटा बेटा अब स्वस्थ है। मौत का कारण अस्पष्ट, परिजनों ने किया मना सचिन ने बताया कि यह सिरप मौसी के घर पहले से रखा था और बिधूना से ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि पहले भी यह सिरप बच्चों को दिया जाता था और कभी कोई दिक्कत नहीं हुई। उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल में उन्हें बताया गया कि यह कफ सिरप अब बंद हो गया है। डॉ. प्रदीप सिंह ने बताया कि मौत के कारणों पर अभी कुछ स्पष्ट नहीं कहा जा सकता है, क्योंकि सिरप पीने के बाद भी छोटा बच्चा स्वस्थ है। उन्होंने आशंका जताई कि सिरप के बाद दूध पिलाने, खांसी और उल्टी आने के कारण श्वास नली में दूध भी फंस सकता है, या कोई अन्य कारण हो सकता है। उन्होंने कहा कि परिजनों द्वारा पोस्टमॉर्टम न कराने से मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो सका। पुलिस के समझाने पर तैयार हुए परिजन परिजनों ने शुरू में मृतक बच्चे रोहन का पोस्टमॉर्टम कराने से इनकार कर दिया था। शनिवार को सहार थानाध्यक्ष रमेश सिंह पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंचे और परिजनों को समझा-बुझाकर पोस्टमॉर्टम के लिए तैयार किया। पुलिस क्षेत्राधिकारी बिधूना मनोज कुमार गंगवार ने बताया कि परिजन पोस्टमॉर्टम नहीं कराना चाहते थे। उन्हें समझाया गया और कानूनी कार्रवाई के लिए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चिचौली भेज दिया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही बच्चे की मौत के असली कारणों का पता चल पाएगा।


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