बिजनौर में जिलाधिकारी जसजीत कौर के निर्देशों के बाद अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वान्या सिंह की अध्यक्षता में शीतलहर से बचाव हेतु एक बैठक आयोजित की गई। यह बैठक कल शाम 4:00 बजे कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। इस दौरान अपर जिलाधिकारी ने सभी संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि वे शीतलहर से संबंधित अपनी शेष तैयारियों को तत्काल पूरा करें। उन्होंने आमजन की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कार्य करने पर जोर दिया। बैठक के दौरान अपर जिलाधिकारी द्वारा शीतलहर से बचाव के लिए एक एडवाइजरी भी जारी की गई। इसमें गन्ना और भूसा ढोने वाले वाहनों जैसे ट्रॉली, ट्रक और बैलगाड़ी पर क्षमता से अधिक भार न लादने को कहा गया है। एडवाइजरी में सर्दियों में गाड़ियों में फॉग लाइट का इस्तेमाल करने और भार ढोने वाले वाहन चालकों को पीछे से आ रही एम्बुलेंस को रास्ता देने का विशेष ध्यान रखने को कहा गया। दोपहिया वाहन चालकों को शीतलहर/ठंड में बहुत आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी गई। यदि निकलना पड़े, तो गर्म कपड़े, दस्ताने, चश्मा और हेलमेट पहनकर निकलें। उन्होंने बताया कि कोयले की अंगीठी, मिट्टी के तेल का चूल्हा या हीटर का प्रयोग करते समय सावधानी बरतें और कमरे में शुद्ध हवा का संचार बनाए रखें। ठंड लगने के लक्षणों जैसे हाथ-पांव सुन्न होना या उंगलियों में सफेद/नीले दाग उभरने पर तुरंत नजदीकी अस्पताल से संपर्क करें। हाइपोथर्मिया (शरीर के असामान्य तापमान) के लक्षण जैसे याददाश्त कमजोर पड़ना, अत्यधिक ठिठुरना, सुस्ती, थकान, तुतलाना और कार्य में भटकाव महसूस होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह दी गई। इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी कौशलेन्द्र सिंह, समस्त उप जिलाधिकारी, जिला आपदा विशेषज्ञ प्रशांत श्रीवास्तव सहित पशुपालन, पीडब्ल्यूडी, परिवहन विभाग एवं अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।
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