बिजनौर जिले में पिछले 10 दिनों से कड़ाके की ठंड पड़ रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। सुबह घना कोहरा छाए रहने और न्यूनतम तापमान में भारी गिरावट दर्ज होने के कारण सड़कों पर वाहनों की रफ्तार धीमी हो गई है। जिले का न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। दिन और रात के तापमान में बढ़ते अंतर ने लोगों की दिनचर्या को प्रभावित किया है। दिन में कभी-कभी धूप निकलने के बावजूद, हल्की हवा के कारण ठंड का असर बना हुआ है। शुक्रवार रात से ही जिले में घना कोहरा छाना शुरू हो गया था, जो शनिवार सुबह और भी सघन हो गया। कोहरे के कारण सड़कों पर दृश्यता (विजिबिलिटी) लगभग शून्य रही, जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी हुई। सड़कों पर वाहन धीमी गति से चलते दिखे और दिन में भी हेडलाइट व फॉग लाइट का उपयोग करना पड़ा। सुबह के समय लोग घरों से बाहर निकलने से बचते रहे। अधिकांश बाजारों और प्रमुख चौराहों पर सन्नाटा पसरा रहा, जिससे आम दिनों की तुलना में सड़कों पर आवाजाही काफी कम दर्ज की गई। देखें 6 तस्वीरें… ग्रामीण क्षेत्रों में ठंड का असर अधिक है। सुबह खेतों में जाने वाले किसानों ने बताया कि कोहरे और ओस के कारण फसलों पर नमी जमी हुई है। कुछ किसानों के अनुसार, अधिक नमी से आलू और सरसों की फसल को फायदा हो सकता है, लेकिन लंबे समय तक कोहरा रहने से फसलों में रोग लगने की आशंका भी बढ़ जाती है। मौसम विज्ञान विभाग के नगीना प्रेक्षक सतीश कुमार ने जानकारी दी कि आने वाले दिनों में भी ठंड और घने कोहरे का असर बना रह सकता है। उन्होंने लोगों को सुबह और रात के समय विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है।
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