लखनऊ में एक परिवार को सुख और दुख एकसाथ मिले। एक तरफ बाप का अंतिम संस्कार हुआ तो दूसरी ओर अस्पताल में उसके बेटे का जन्म हुआ। बेटा और मां स्वस्थ है। परिवार वाले कह रहे हैं कि बाप के नाम पर ही उसका नाम रखेंगे। मलिहाबाद के अमलौली गांव में 6 दिसंबर को राजगढ़ के कैटर्स महेंद्र उर्फ छोटू का शव मिला था। महेंद्र की पत्नी काजल 9 महीने की गर्भवती थी। महेंद्र के पोस्टमॉर्टम के बाद रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। उसके बाद पत्नी काजल को लेबर पेन शुरू हो गया। सीएचसी ले गए, वहां से रेफर किया गया मृतक महेंद्र की गर्भवती पत्नी काजल को प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। परिजनों ने तुरंत काजल को माल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचाया। वहां से चिकित्सकों ने उन्हें बेहतर इलाज के लिए राम सागर मिश्र 100 शैय्या संयुक्त चिकित्सालय रेफर कर दिया। अस्पताल में काजल ने एक स्वस्थ बेटे को जन्म दिया। एक तरफ गांव में महेंद्र का अंतिम संस्कार किया जा रहा था, वहीं दूसरी तरफ नवजात बेटे ने दुनिया में आंखें खोलीं। हालांकि, उसके जन्म के साथ ही पिता का साया हमेशा के लिए उठ चुका था। मृतक की मां लक्ष्मी ने अपने पोते के जन्म की खुशी के बीच बेटे को खोने का दर्द बयां किया। उन्होंने कहा कि वह पोते के आने से पहले ही अपने बेटे को खो चुकी हैं। लखनऊ के माल थाना क्षेत्र स्थित एक बाग में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक का शव मिला। उसके सिर पर चोट के निशान थे। कपड़े फटे थे। सुबह टहलने निकले लोगों की नजर शव पर पड़ी तो पुलिस को सूचना दी। मृतक की पहचान गांव के ही कैटर्स महेंद्र गुप्ता (35) के रूप में हुई। वह दो दिन से लापता था। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। घटना अमलौली गांव की है। शनिवार की सुबह अवधेश सिंह के बाग में शव मिला। महेंद्र ने मौत से पहले भाई धीरज को फोन किया था। कहा था कि जल्दी आ जाओ, मुझे शुभम गुप्ता (चचेरे बहनोई के भाई) के साथियों ने जहर पिला दिया है। परिजनों के मुताबिक, जिस जगह पर शव मिला वहां से कुछ दूर पर शराब का पाउच और पानी मिला है। महेंद्र के सिर और शरीर पर चोट के निशान थे। कपड़े फटे हुए थे। ऐसा लग रहा है कि पहले उसे पीटा गया। उसके बाद जहर देकर मार दिया गया। परिजनों का कहना है कि महेंद्र को रात में ढूंढते हुए इस बाग में आए थे, तो शव नहीं था। सुबह उसी जगह शव मिला है। इससे साफ है कि शव को कहीं से लाकर यहां फेंका गया है। कल शाम को लिखवाई थी गुमशुदगी परिजनों का कहना है कि महेंद्र दो दिन से लापता था। उन्होंने शुक्रवार को माल थाने में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई थी। परिवार में पत्नी काजल तीन बच्चे यश, हार्दिक और कार्तिक हैं। घटना के बाद से परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। महेंद्र ने भाई को कॉल करके चचेरे बहनोई के भाई शुभम गुप्ता के 4 लोगों पर जहर पिलाने की बात बताई थी। परिजनों का कहना है कि शुभम गुप्ता का भी कैटरिंग का काम है लेकिन कोई पुरानी रंजिश नहीं थी। ऐसे में उसने जहर क्यों दिया यह साफ नहीं है। आगे बढ़ने से पहले पढ़िए महेंद्र ने भाई धीरज को कॉल करके जो कहा… कॉल के दौरान फूट-फूटकर रोए चचेरे भाई अमरजीत ने बताया- महेंद्र गुप्ता एमडी गुप्ता कैटरर्स नाम से कैटरिंग चलाते थे। वह शुक्रवार को घर से 3 बजे बाजार गांव में खरीदारी करने गए थे। इसके करीब 1 घंटे बाद छोटे भाई धीरज को कॉल करके बताया कि शुभम गुप्ता के चार आदमियों ने जहर दिया है और फूट-फूट कर रोने लगे।
परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। शनिवार सुबह करीब 9:30 बजे घर से 7 किलोमीटर दूर अमलौली पुलिया के पास एक आम के बाग में शव मिला। इसके बाद शुभम गुप्ता खुद थाने चला गया। पुलिस की पूछताछ में उसने खुद को निर्दाेष बताया है। इंस्पेक्टर बोले- आरोपी को हिरासत में लिया, पूछताछ जारी माल इंस्पेक्टर नवाब अहमद ने बताया- सुबह युवक का शव मिलने की सूचना मिली। मौके पर माल और मलिहाबाद पुलिस पहुंची। आरोपी शुभम गुप्ता पर शिकायत के आधार पर FIR दर्ज कर ली गई है। उसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपी देवरी गजा के रामकुमार का बेटा है। उसके चार अन्य साथियों (नाम-पता अज्ञात) की भी तलाश की जा रही है। खबर अपडेट की जा रही है…
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