आगरा में बाथरूम में नहाते वक्त 29 साल के सिपाही की मौत हो गई। सिपाही निखिल मोतला किराए के कमरे में दोस्त के साथ रहते थे। सुबह ड्यूटी पर जाने के लिए उठे। बाथरूम में पानी गर्म करने के लिए बाल्टी में इमर्शन रॉड लगाया। बाहर आकर बाकी काम निपटाने लगे। थोड़ी देर बाद नहाने के लिए बाथरूम में गए। पानी में उतरे करंट की चपेट में आ गए। काफी देर तक बाहर नहीं आए तो दोस्त को चिंता हुई। आवाज लगाने पर जवाब नहीं मिला। पास जाकर देखा तो दरवाजा खुला था। निखिल जमीन पर गिरे पड़े थे। एक हाथ बाल्टी में ही था। निखिल को उठाने का कोशिश की तो दोस्त को भी भी करंट लग गया। फिर उन्होंने रॉड का स्विच ऑफ किया। भागकर अस्पताल पहुंचे। जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। मूलरूप से मेरठ के रहने वाले निखिल मलपुरा में तैनात थे। डेढ़ साल पहले ही शादी हुई थी। पिता प्रदीप मोतला मंडौरा समिति के पूर्व चेयरमैन हैं। शुक्रवार सुबह उनका शव घर पहुंचा। जहां उन्हें सलामी देकर अंतिम विदाई दी गई। सपा विधायक अतुल प्रधान भी श्रद्धांजलि देने पहुंचे। 5 पॉइंट्स में पूरे मामले को सिलसिलेवार तरीके से समझ लीजिए… 1. मेरठ के गांव दादरी सकौती निवासी निखिल मोतला (29) वर्ष 2021 बैच के आरक्षी थे। 8 महीने पहले ही थाना मलपुरा में तैनात हुए थे। वह बमरौली रोड स्थित केसीआर कॉलोनी में मकान में रहते थे। 2. निखिल के साथ उनके साथी सिपाही आशीष भी रहते थे। दोनों बचपन के दोस्त थे। मेरठ में भी दोनों के गांव आसपास ही हैं। गुरुवार सुबह निखिल को जल्दी ड्यूटी पर जाना था। 3. निखिल ने नहाने के लिए बाथरूम में बाल्टी में पानी गर्म करने के लिए इमर्शन रॉड लगाई। प्लग ऑन कर दिया। फिर वह बाहर आ गए। कुछ देर बाद वह नहाने के लिए बाथरूम गए। 4. करीब 20 मिनट तक निखिल बाथरूम से बाहर नहीं आए। आशीष ने आवाज लगाई। मगर आवाज नहीं आई। आशीष बाथरूम की तरफ गए। गेट खुला था। देखा तो निखिल फर्श पर पड़े हुए थे। 5. बाल्टी में इमर्शन रॉड लगी हुई थी। आशीष निखिल को उठाने लगे। उन्हें भी करंट लग गया। बाद में प्लग बंद कर रॉड को तार सहित बाल्टी से बाहर खींचा। वह निखिल को अस्पताल लेकर गए। दोस्त को भी लगा करंट
आशीष ने घटना की जानकारी SO सहित अन्य पुलिस अधिकारियों को दी। वह भी अस्पताल पहुंच गए। सिपाही का पोस्टमॉर्टम कराया गया। डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा ने बताया- आशीष और निखिल बचपन से दोस्त थे। दोनों ने एक साथ पढ़ाई की। साथ में ही 2021 में पुलिस में भर्ती हुए थे। आगरा में पहली तैनाती मिली थी। आशीष वैसे तो आगरा में ही अपने परिवार के साथ रहते थे। लेकिन, कुछ समय पहले उनका परिवार गांव चला गया। इसके बाद वह अपने दोस्त निखिल के साथ आकर रहने लगे। पोस्टमॉर्टम हाउस पर श्रद्धांजलि दी गई
पोस्टमॉर्टम हाउस पर ही निखिल को श्रद्धांजलि दी गई। इस दाैरान डीसीपी पश्चिमी जोन अतुल शर्मा, एसीपी डॉ. सुकन्या शर्मा सहित अन्य पुलिसकर्मी मौजूद रहे। इसके बाद पार्थिव शरीर को मेरठ ले जाया गया। मंगलवार को छुट्टी से ड्युटी पर लौटे थे
निखिल की मौत की सूचना उसके परिजन को मिली तो परिवार में मातम पसर गया। पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया कि वह कुछ दिन पहले ही छुट्टी लेकर घर आए थे। मंगलवार को निखिल छुट्टी खत्म होने पर आगरा लौट गए थे। डेढ़ साल पहले हुई थी इमर्शन रॉड क्या है? ये कैसे काम करता है, जानिए इमर्शन रॉड एक पोर्टेबल इलेक्ट्रिक वाटर हीटर है, जो स्टेनलेस स्टील या कॉपर के हीटिंग एलिमेंट से बना होता है। यह एक लंबे छड़ जैसा होता है, जिसका एक सिरा प्लग से जुड़ता है और दूसरा पानी में डुबोया जाता है। जब इसे 220V के घरेलू सॉकेट में प्लग इन किया जाता है तो हीटिंग कॉइल में करंट बहने लगता है, जो रेजिस्टेंस के कारण गर्म हो जाता है। मार्केट में 500-1500 रुपए में उपलब्ध ये रॉड 1000-1500 वाट की पावर से पानी को 5-10 मिनट में गर्म कर देता है। लेकिन याद रखें, यह रॉड पानी में ही काम करता है। हवा में छोड़ने से ओवरहीटिंग हो सकती है। ———————— ये खबर भी पढ़िए- अफसरों से बोला-वादा करो घूस नहीं लोगे, वरना कूद जाऊंगा:मुरादाबाद में ऑफिस की बिल्डिंग पर चढ़ा युवक; 40 मिनट तक ड्रामा किया ‘वादा करो घूस नहीं मांगोगे। नहीं तो यहां से कूदकर जान दे दूंगा। सरकारी योजनाओं का लाभ पाने के लिए 6 महीने से ऑफिस के चक्कर लगा रहा, लेकिन अफसर घूस मांग रहे हैं।’ ये बातें मुरादाबाद में डिप्टी लेबर कमिश्नर (DLC) ऑफिस बिल्डिंग की चौथी मंजिल पर चढ़े युवक ने चिल्लाते हुए कहीं। गुरुवार दोपहर करीब दो बजे वह बिल्डिंग पर चढ़ गया। जोर-जोर से चिल्लाने लगा। आवाज सुनकर ऑफिस के कर्मचारी भागकर बाहर आए। उसे समझाने की काफी कोशिश की, लेकिन युवक जिद पर अड़ा रहा। पढ़ें पूरी खबर…
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