बागपत में भारतीय किसान यूनियन (भानु गुट) ने बिजली विभाग के खिलाफ अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर धरना प्रदर्शन किया। यह प्रदर्शन जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी के नेतृत्व में हुआ, जिसमें बड़ी संख्या में किसान, पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामिल हुए। धरने के दौरान किसानों ने बिजली विभाग पर कई गंभीर आरोप लगाए। किसानों का कहना था कि उनके नाम पर लगातार फर्जी बिजली बिल जारी किए जा रहे हैं, जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक परेशानी हो रही है। कई किसानों को बिना किसी स्पष्ट कारण के अत्यधिक बिल थमा दिए गए हैं, जिनका विभाग द्वारा कोई समाधान नहीं किया जा रहा। किसानों ने यह भी आरोप लगाया कि गांवों में घरों के ऊपर से जर्जर विद्युत लाइनें गुजर रही हैं, जिससे बड़े हादसे का खतरा बना हुआ है। विभाग द्वारा इन लाइनों को न तो बदला जा रहा है और न ही सुरक्षित स्थान पर स्थानांतरित किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, पुराने और खराब ट्रांसफार्मरों को लंबे समय से नहीं बदलने के कारण बिजली आपूर्ति बाधित हो रही है। प्रदर्शन के दौरान किसानों ने स्मार्ट मीटर को लेकर भी नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने स्मार्ट मीटर हटाने की मांग करते हुए कहा कि इन मीटरों से गलत रीडिंग आ रही है और बिल अधिक आ रहे हैं, जिससे किसान परेशान हैं। जिला अध्यक्ष राजीव चौधरी ने चेतावनी दी कि यदि किसानों की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसान शांतिपूर्ण ढंग से अपनी मांगें रख रहे हैं, लेकिन विभाग की अनदेखी स्वीकार्य नहीं होगी। धरने के बाद किसानों ने अपनी मांगों से संबंधित एक ज्ञापन अधीक्षण अभियंता को सौंपा। विभागीय अधिकारियों ने समस्याओं के समाधान का आश्वासन दिया है। हालांकि, किसानों ने स्पष्ट किया कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई, तो वे दोबारा बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
https://ift.tt/vBmprEb
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply